अलीगढ़ : अलीगढ़ में दो सप्ताह पहले हुए चौकीदार के मर्डर का पुलिस ने खुलासा किया है . हत्यारे चौकीदार के दोनों सगे बेटे ही निकले. घटना को लेकर बेटे ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर पुलिस को गुमराह किया था, लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे आरोपी बेटे टूट गए. पुलिस के अनुसार बैंक लोन और कर्ज के रुपए को लेकर हुई कहासुनी में चौकीदार पिता की हत्या कर दी गई और शव को अमरूद के बाग में फेंक दिया गया. घटना थाना बरला क्षेत्र के नौशा इलाके की है. दोनों आरोपी बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
बरला इलाके के नौशा क्षेत्र के रहने वाले मोहम्मद आरिफ ईट भट्टे की चौकीदारी करते थे. मोहम्मद आरिफ दो जुलाई को शाम को 6 बजे चौकीदारी के लिए दत्तावली स्थित न्यू साइमा ईट उद्योग, बाबा भट्टा पर गए थे. वही तीन जुलाई की सुबह सूचना मिली कि किसी अज्ञात ने लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मोहम्मद आरिफ की हत्या कर दी. शव दतावली के अमरूद के बाग में फेंक दिया गया. इस संबंध में थाना बरला में मुकदमा दर्ज किया गया था. इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कला निधि नैथानी द्वारा घटना के खुलासे के लिए एसपी ग्रामीण को निर्देश दिया था. थानाध्यक्ष बरला ने विवेचना के बाद मृतक के पुत्र खिल्लन और जावेद को गिरफ्तार किया. अभियुक्तगण की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त एक डण्डा (आला कत्ल) बरामद किया गया .
अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि पिता (मृतक आरिफ) ने आर्यवृत्त बैंक से लोन व अन्य लोगों से मोटे ब्याज पर रुपए ले रखे थे, जिसके कारण ब्याज बढ़ता जा रहा था . आए दिन बैंक से हमारे घर नोटिस आते रहते थे. हम अपने पिता से लोन जमा कराने के लिए बोलते रहते थे. कई बार कर्जे के रूपयों को लेकर पिता से कहासुनी हो गयी थी, आरोपियों का कहना था कि हम मजदूरी करने वाले व्यक्ति हैं. जितना महीने में कमाते हैं. उतना घर में खर्च हो जाता है . इसी बात को लेकर हम दोनों ने अपने पिता को मारने का प्लान बनाया. जंगल में न्यू साईमा ईंट उद्योग भट्टे पर पहुंचकर अपने पिता को डण्डे से सिर पर कई वार करके जान से मार दिया था और शव को अमरूद के बाग में डाल दिया था.