लखनऊ: बदाऊं जिले में गुरुवार रात अपने घर के बाहर सो रहे एक ही परिवार के तीन लोगों पर हाईटेंशन बिजली लाइन गिरने से मौत और तीन अन्य घायल होने के मामले में यूपी पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के चार अधिकारियों पर मामला दर्ज किया गया है. एफआइआर में एसई सहित तीन इंजीनयर और स्टेशन अधिकारी को नामजद किया गया है. हादसे में इशरत बी (47) और उनके दो बेटे अरुण खान (25) और निक्की (22) की मौत हो गई थी. घटना में इशरत के पति मोहम्मद साजिद (55), उनके भाई असलम और पोते आनीब खान (12) घायल हो गए. हादसे के वक्त सभी छह अपने घर के बाहर सो रहे थे.
अरुण के बड़े भाई राजा खान ने बताया कि ” बिजली की आपूर्ति अनियमित थी, जिससे मेरे परिवार के सदस्य घर के बाहर सो रहे थे. लगभग 1.30 बजे, एक बिजली केबल उन पर गिर गई, और वे मदद के लिए चिल्लाए. मैं उन्हें बचाने के लिए दौड़ा, जबकि मेरे पड़ोसियों ने बिजली आपूर्ति बंद करने के लिए बिजली विभाग को फोन किया। पावर स्टेशन के व्यक्ति ने तुरंत जवाब नहीं दिया, जिससे मुझे खुद वहां जाने के लिए मजबूर होना पड़ा जब तक मैं पहुंचा, तब तक बहुत देर हो चुकी थी, और मेरी मां, बहन और भाई की जान पहले ही जा चुकी थी.”
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बदायूं के डीएम मनोज कुमार ने प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए 5 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. बिसौली सीओ सुनील कुमार ने कहा, “इंजीनियर मोहम्मद मियां कुरेशी, सहायक अभियंता राम गोपाल, कार्यकारी अभियंता राम लाल और ड्यूटी पर तैनात एक अज्ञात सब स्टेशन अधिकारी के खिलाफ आईपीसी की धारा 338 (किसी के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालकर गंभीर चोट पहुंचाना) और 304 ए (लापरवाही से मौत का कारण) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.”