Gonda Train Accident: चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस दुर्घटना मामले में आज दर्ज होंगे कर्मचारियों के बयान
Gonda Train Accident: यूपी के गोंडा में चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस दुर्घटना का शिकार हो गई थी. उसके 14 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. इस हादसे में 4 लोगों की मौत और 48 लोग घायल हो गए थे.
लखनऊ: चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस (Chandigarh Dibrugarh Express) इमरजेंसी ब्रेक लगाने से डिरेल हुई थी. शुरुआती जांच में ये तथ्य सामने आए हैं. ट्रेन 86 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही थी. पटरी में फैलाव के कारण 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार का कॉशन दिया गया था. लेकिन इससे कुछ मिनट पहले ही ट्रेन रवाना हो चुकी थी. जब लोको पायलट को झटका महसूस हुआ तो, उसने अचानक इमरजेंसी ब्रेक लगा दी.
30 किलोमीटर प्रति घंटे का था कॉशन
रेलवे की शुरुआती जांच रिपोर्ट के अनुसार दुर्घटना (Train Accident News) के दिन दोपहर 1.30 बजे पटरी पर गड़बड़ी मिली थी. स्टेशन मास्टर मोतीगंज को दोपहर 2.30 बजे 30 किलोमीटर प्रतिघंटे स्पीड का कॉशन दिया गया. स्पीड कॉशन मिलने से पहले 2.28 पर चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस मोतीगंज से रवाना हो चुकी थी. तेज रफ्तार ट्रेन के लोको पायलट को जब झटका महसूस हुआ तो उसने अचानक इमरजेंसी ब्रेक लगा दी. इससे ट्रेन पटरी से उतर गई. इससे बाईं ओर का 3.09 मीटर पटरी का टुकड़ा गायब हो गया. 350 मीटर ट्रैक क्षतिग्रस्त मिला. डाउन ट्रैक के दाहिनी ओर पटरी पर फैलाव भी मिला है.
अधिकारियों-कर्मचारियों के आज दर्ज होंगे बयान
गोंडा रेल हादसे में रेल संरक्षा आयुक्त आज रविवार को बयान दर्ज करेंगे. गोंडा, डिब्रूगढ़, गुवाहाटी के 41 रेल अधिकारी व कर्मचारी डीआरएम लखनऊ पहुचेंगे. यहां उनसे पूछताछ होगी. रेल संरक्षा आयुक्त शनिवार को घटनास्थल पर भी पहुंचे थे. उन्होंने क्षतिग्रस्त कोच के साथ ट्रैक की जांच की. उन्होंने शुरुआत जांच रिपोर्ट को भी देखा. 18 पन्ने की ये रिपोर्ट रेल संरक्षा आयुक्त को सौंपी जाएगी.