लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को नई दिल्ली में आयोजित ‘सुशासन दिवस 2024’ कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित किया. सीएम ने कहा कि प्रदेश में सुशासन की स्थापना अचानक नहीं हुई है, बल्कि इसके लिए बड़े स्तर पर रिफॉर्म किए गए. पहले की सरकारों ने जाति, मत-मजहब, क्षेत्र और भाषा के आधार पर समाज को बांटने और ठगने का कार्य किया, मगर आज विभिन्न योजनाओं के माध्यम से गरीबों को आत्मनिर्भर बनाया गया है. प्रदेश में पहले भी पोटेंशियल था, मगर तब की सरकारों ने इसका बेहतर उपयोग नहीं किया.
नई दिल्ली स्थित डॉ अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में राम भाऊ म्हालगी प्रबोधिनी की ओर से आयोजित दो दिवसीय ‘सुशासन महोत्सव 2024’ के लिए सीएम ने आयोजकों को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि सुशासन महोत्सव 2024 प्रधानमंत्री के विकसित भारत के विजन को हम सबके सामने पेश करता है. बीते 10 साल में पूरी दुनिया नये भारत का दर्शन कर रही है. भारत आज दुनिया को सम और विषम परिस्थितियों में नेतृत्व देने का सामर्थ्य रखता है. देश के अंदर सुरक्षा का बेहतर वातावरण बना है. जैम ट्रिनिटी (जनधन, आधार और मोबाइल) के माध्यम से जहां भ्रष्टाचार पर प्रभावी अंकुश लगा है तो डीबीटी के माध्यम से अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति तक शासन की योजनाएं और सेवाएं पहुंचाने का कार्य हुआ है.
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