लखनऊ : मूंग उड़द और मूंगफली उगाने वाले किसानों को भी पीएसएस का लाभ मिलेगा. सरकार उनकी फसल को मूल्य समर्थन योजना के तहत खरीदेगी. उत्तर प्रदेश में खरीफ 2023-24 सीज़न के लिए दलहन ( मूंग और उड़द) तथा तिलहन (मूंगफली) की खरीद के लिए मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के कार्यान्वयन को लेकर सरकार की ओर से दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ. देवेश चतुर्वेदी द्वारा खाद्यान्न क्रय एजेंसियों के साथ बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया है. उत्तर प्रदेश राज्य में खरीफ 2023-24 सीज़न के लिए 3,240 मीट्रिक टन मूंग और 2,96 400 मीट्रिक टन उड़द तथा 27148 मैट्रिक टन मूंगफली की मात्रा की खरीद के लिए मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के अंतर्गत खरीद का निर्णय राज्य सरकार द्वारा किया गया हैं. मूंगफली का समर्थन मूल्य 6760 रुपया प्रति क्विंटल, उर्द का समर्थन मूल्य 6950 रुपया प्रति क्विंटल तथा मूंग का समर्थन मूल्य 8558 रुपया प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है. प्रदेश में 25 अक्टूबर 2023 से उन सभी जनपदों में जहां पर इन फसलों का अच्छा उत्पादन हो रहा है उन सभी जगहों पर क्रय केंद्र स्थापित किए जायेंगे, जिससे उनके निकटम स्थान पर ही किसानों से सुगमता पूर्वक ख़रीद की जा सके. खरीद की अवधि निर्धारित तिथि से 90 दिन रहेगी. पीसीएफ,पीसीयू, तथा मंडी परिषद के द्वारा खरीद की व्यवस्था कराई जा रही है. दलहन एवं तिलहन के खरीद के लिए नैफेड को नोडल नामित किया गया है. जिन किसानों से दलहन एवं तिलहन की खरीद की जाएगी उन किसानों को खरीद के 3 दिनों के भीतर भुगतान सीधे उनके बैंक खातों में किया जाएगा.
प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा केंद्र सरकार की ओर से विपणन सीजन 2024-25 के लिए 6 रबी फसलों के एमएसपी में ऐतिहासिक बढ़ोतरी पर प्रदेश के किसानों तथा राज्य सरकार की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है. शाही ने केंद्र सरकार के इस निर्णय से उत्तर प्रदेश के किसानों के जीवन में नई खुशहाली आएगी. मंत्री ने कहा कि इससे उत्तर प्रदेश के किसानों की आमदनी तेजी से बढ़ेगी6 फसलों का लागत के डेढ़ गुने से भी अधिक एमएसपी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. केंद्र सरकार ने विपणन सीजन 2024-25 के लिए रबी फसलों के एमएसपी में वृद्धि की है, ताकि उत्पादक किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित किया जा सकें. एमएसपी में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दाल (मसूर) के लिए 425 रुपये प्रति क्विंटल, रेपसीड-सरसों हेतु 200 रु. प्रति क्विंटल की मंजूरी दी गई है. गेहूं व कुसुम, हरेक के लिए 150 रु. प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है. जौ व चने के लिए क्रमश: 115 रु. प्रति क्विंटल और 105 रु. प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है.