Loading election data...

Hathras Gangrape: आरोपियों के परिवार वालों से पूछताछ करने हाथरस पहुंची सीबीआई की टीम

Hathras case हाथरस : उत्तर प्रदेश में एक दलित युवती से कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म की जांच करने सीबीआई (CBI) की टीम एक बार फिर हाथरस पहुंची है. केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम ने बुधवार को पीड़िता के परिवार के लोगों से पूछताछ की थी. वहीं, गुरुवार को सीबीआई की टीम बुलगढ़ी गांव पहुंची है. वहां आरोपियों के परिवार के लोगों से पूछताछ करेगी. बता दें कि यूपी सरकार की मांग पर न्यायालय ने मामले की सीबीआई जांच की मंजूरी दी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 15, 2020 12:59 PM

Hathras case हाथरस : उत्तर प्रदेश में एक दलित युवती से कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म की जांच करने सीबीआई (CBI) की टीम एक बार फिर हाथरस पहुंची है. केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम ने बुधवार को पीड़िता के परिवार के लोगों से पूछताछ की थी. वहीं, गुरुवार को सीबीआई की टीम बुलगढ़ी गांव पहुंची है. वहां आरोपियों के परिवार के लोगों से पूछताछ करेगी. बता दें कि यूपी सरकार की मांग पर न्यायालय ने मामले की सीबीआई जांच की मंजूरी दी है.

अधिकारियों ने बताया कि पहले दिन मंगलवार को सीबीआई की टीम ने 19 वर्षीय पीड़िता के परिवार के लोगों से पूछताछ की थी और घटनास्थल का निरीक्षण भी किया था. उस दिन सीबीआई ने पीड़िता के भाई से बयान दर्ज कराने के लिए कहा था. सूत्र बता रहे हैं आज सीबीआई आरोपियों के परिवार वालों का बयान दर्ज करेंगे. यूपी पुलिस ने गांव में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं.

सरकार ने कोर्ट को बताया कि गवाहों को दी जा रही पूरी सुरक्षा

बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया था कि हाथरस मामले में पीड़ित के परिवार के सदस्यों और गवाहों की सुरक्षा के लिए ‘त्रिस्तरीय व्यवस्था’ की गयी है. पीड़ित के परिवार के सदस्यों और गवाहों को प्रदान की गयी सुरक्षा का विवरण देते हुये सरकार ने कहा है कि उसके घर के बाहरी हिस्से में आठ सीसीटीवी लगाये हैं तथा घर के बाहर और आसपास 15 सशस्त्र सिपाहियों सहित पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये हैं.

Also Read: Hathras Gangrape Case: पीड़िता के माता-पिता की बिगड़ी तबियत, अस्पताल जाने से किया इनकार, बातचीत करने पहुंचे सीएमओ
मामले को राजनीतिक रूप देने का आरोप

राज्य सरकार ने न्यायालय में कहा था कि इस घटना को लेकर राजनीतिक मकसद से तरह-तरह की फर्जी बातें फैलाये जाने की वजह से वह इसकी जांच सीबीआई को सौंपने के लिए तैयार है. हालांकि, बाद में इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया, जिसने अपनी जांच शुरू कर दी है. न्यायालय में दाखिल अपने अनुपालन हलफनामे में उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा है कि इस मामले की ‘स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने’ के लिये पीड़ित के परिवार और गवाहों को पूरी सुरक्षा प्रदान करने के लिये कृतसंकल्प है और इसके लिये पर्याप्त सुरक्षा बल को तैनात किया गया है.

कैसी है सुरक्षा व्यवस्था

राज्य सरकार ने कहा कि पीड़ित के परिवार के सदस्यों- उसके माता-पिता, दो भाई, एक भाभी और उसकी दादी की सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किये गये हैं. हलफनामे के अनुसार पीड़ित के गांव के प्रवेश द्वारा और उसके घर के पास दो इंस्पेक्टर और चार महिला सिपाहियों सहित कुल 16 पुलिसकर्मी तैनात हैं. इसी तरह, पीड़ित के घर के बाहर 24 घंटे दो सब इंस्पेक्टर और 1.5 पीएसी सेक्शन तैनात हैं जिसमें 15 पीएसी कार्मिक हैं.

इसी तरह, पीड़ित के परिवार के सदस्यों और गवाहों की सुरक्षा के लिये दो पालियों में सुरक्षाकर्मी तैनात हैं. पीड़ित के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा के लिये सशस्त्र निजी सुरक्षाकर्मी तैनात किये गए हैं और इस काम के लिये शिफ्ट के आधार पर कुल 12 सिपाही तैनात किये गये हैं. चंदपा थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर इस सारे बंदोबस्त के प्रभारी हैं. वह दैनिक आधार पर सुरक्षा बंदोबस्त का जायजा ले रहे हैं.

Posted By: Amlesh Nandan.

Next Article

Exit mobile version