हाथरस मामला : एफएसएल रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि नहीं : एडीजी प्रशांत कुमार

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सामूहिक बलात्कार मामले में एडीजी प्रशांत कुमार ने गुरुवार को कहा है कि एफएसएल रिपोर्ट से स्पष्ट है कि लड़की के साथ बलात्कार नहीं हुआ था. मालूम हो कि इससे पहले अलीगढ़ के आईजी पीयूष मोर्डिया ने भी मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि नहीं होने की बात कही थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 1, 2020 3:40 PM
an image

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सामूहिक बलात्कार मामले में एडीजी प्रशांत कुमार ने गुरुवार को कहा है कि एफएसएल रिपोर्ट से स्पष्ट है कि लड़की के साथ बलात्कार नहीं हुआ था. मालूम हो कि इससे पहले अलीगढ़ के आईजी पीयूष मोर्डिया ने भी मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि नहीं होने की बात कही थी.

जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने गुरुवार को कहा कि ”एफएसएल रिपोर्ट ने यह स्पष्ट कर दिया है कि महिला के साथ बलात्कार नहीं हुआ था. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि पीड़िता की मौत उसकी गर्दन की चोट के कारण हुई है.

साथ ही उन्होंने कहा कि ”एफएसएल रिपोर्ट में नमूनों में शुक्राणु नहीं पाये गये हैं. इससे यह स्पष्ट हो गया कि कुछ लोगों ने जाति-आधारित तनाव को भड़काने के लिए मामले को घुमा दिया. ऐसे लोगों की पहचान की जायेगी और कानूनी कार्रवाई की जायेगी.”

मालूम हो कि इससे पहले अलीगढ़ के आईजी पीयूष मोर्डिया ने हाथरस बलात्कार मामले में मंगलवार को कहा था कि ”पीड़ित के भाई ने 14 सितंबर को शिकायत दर्ज करायी कि एक व्यक्ति ने उसकी बहन की गला घोंट कर हत्या करने की कोशिश की. उसके बाद विक्टिम को अस्पताल में भेज दिया गया. अपने बयान में उसने कहा था कि उस आदमी ने उसे भी परेशान किया. उसने और कोई अन्य आरोप नहीं लगाये हैं.

आगे उन्होंने कहा था कि ”इसके बाद पीड़िता ने 22 सितंबर को तीन अन्य व्यक्तियों का नाम लिये और बलात्कार के आरोप लगाये. मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई है. जांच के लिए नमूने फोरेंसिक लैब में भेजे गये हैं. रिपोर्ट की प्रतीक्षा है. सभी चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है.”

Exit mobile version