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हाथरस घटना : पीड़िता के परिजनों से मुलाकात को लेकर आरोप-प्रत्यारोप शुरू, यूपी के मंत्री बोले- विपक्ष कराना चाहता है जातीय दंगा

नोएडा / लखनऊ : उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए सामूहिक बलात्कार पीड़िता के परिवार से मिलने की अनुमति कांग्रेस प्रतिनिधियों को मिलने के बाद वे रवाना हो चुके हैं. हालांकि, हाथरस पहुंच कर पीड़िता के परिजनों से मुलाकात नहीं होने की आशंका पर कांग्रेस नेता ने प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि ''अगर इस बार नहीं, तो एक बार और कोशिश करेंगे.''

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 3, 2020 5:40 PM

नोएडा / लखनऊ : उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए सामूहिक बलात्कार पीड़िता के परिवार से मिलने की अनुमति कांग्रेस प्रतिनिधियों को मिलने के बाद वे रवाना हो चुके हैं. हालांकि, हाथरस पहुंच कर पीड़िता के परिजनों से मुलाकात नहीं होने की आशंका पर कांग्रेस नेता ने प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि ”अगर इस बार नहीं, तो एक बार और कोशिश करेंगे.”

कांग्रेस नेताओं ने सरकार पर बोला हमला

हाथरस में पीड़िता के परिवार से मिलने की अनुमति मिलने के बाद कांग्रेस नेताओं ने योगी सरकार पर हमला बोला. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यूपी के लिए ये (हाथरस की घटना) कोई नयी बात नहीं है, ये तो यूपी के लिए रोज का रूटीन हो गया है. इसमें​ सिर्फ पुलिस जिम्मेदार नहीं है, पुलिस तो एक हिस्सा है. ये वहां का नेतृत्व और उनकी मानसिकता दिखाती है. वहीं, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि हमारा मकसद सिर्फ परिवार से मिलना और उनकी शिकायतें सुनना है.

कांग्रेस प्रतिनिधियों को हाथरस जाने को लेकर राजनीतिक पर्यटन कहे जाने पर पार्टी नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि अगर एक गरीब के आंसू पोंछना और दुख-दर्द बांटना राजनीतिक पर्यटन है, तो मैं तो चाहूंगा कि वो पर्यटन आप भी करें. राजस्थान में क्या कार्रवाई हुई है, आप खुद जाकर देख लें. वहीं, रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि क्या राहुल गांधी या प्रियंका गांधी ने कोई अपराध किया है. क्या बलात्कारियों को सजा देना पाप है. क्या अनाचारियों को जेल भेज कर कड़ी से कड़ी सजा की मांग करना पाप है. क्या पीड़िता के परिवार के लिए न्याय की गुहार लगाना पाप है.

केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष पर लगाया साजिश रचने का आरोप

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेताओं के प्रतिनिधिमंडल के हाथरस जाने को लेकर विपक्ष को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि जनता ये समझती है कि उनकी (राहुल गांधी) हाथरस की तरफ कूच राजनीति के लिए है, इंसाफ के​ लिए नहीं. स्मृति ईरानी ने कहा कि मेरा मानना है कि एसआईटी की रिपोर्ट आने के बाद आधिकारिक स्तर पर मुख्यमंत्री योगी उन सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे, जिन लोगों ने हस्तक्षेप किया या जिनकी वजह से पीड़िता को संपूर्ण न्याय ना मिलने की साजिश रची गयी.

वहीं, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर पलटवार करते हुए कहा है हाथरस में लड़की की मौत मानवता पर कलंक लगानेवाली घटना है. मायावती राजनीति कर रही हैं. उन्हें योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा मांगने का कोई अधिकार नहीं है. वो सीबीआई जांच की मांग कर रही हैं, जबकि एसआईटी द्वारा वहां मजबूत जांच हो रही है. परिवार खुद सीबीआई जांच से इनकार कर रहा है.

यूपी के मंत्री बोले- विपक्ष जान-बूझ कर करवाना चाहता है जातीय दंगा

हाथरस मामले पर उपजे विवाद को लेकर उत्तर प्रदेश के मंत्री रमापति शास्त्री ने विपक्ष को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि हाथरस मामले पर विपक्ष पूरा गैर जिम्मेदराना रवैया अपना रहा है. विपक्ष को दलित बेटी की इज्जत का सम्मान प्रिय नहीं है. विपक्ष जान-बूझ कर इस क्षेत्र में जातीय दंगा करवाना चाहता है. बहन मायावती प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री हैं, उन्हें मामले की गंभीरता समझनी चाहिए थी. साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्ष के ट्वीट, ऑडियो टेप्स और पुरानी घटनाएं दंगे की साजिश की ओर इशारा कर रही हैं. यूपी में दंगे की साजिश है, हाथरस तो केवल बहाना है

जो भी दोषी होगा, सख्त कार्रवाई करेंगे : गृह सचिव

उत्तर प्रदेश के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार ने पीड़िता के परिजनों से मुलाकात के बाद कहा कि हमने उन्हें (पीड़िता के परिजनों को) आश्वस्त किया है कि जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे. एसआईटी की पहली रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है. इसके बाद मुख्यमंत्री ने तत्कालीन एसपी, सीओ, इंस्पेक्टर, सीनियर सब इंस्पेक्टर सबको निलंबित करने का आदेश दिया. वहीं, हाथरस में पीड़ित परिजनों से मुलाकात को लेकर उन्होंने कहा कि जो भी जनप्रतिनिधि आना चाहेंगे, पांच लोगों को आने की अनुमति होगी. पांच लोग अगर कहीं भी जायेंगे, कोई भी जाना चाहेगा, तो जा सकता है. वहीं, पीड़ित परिजनों की अनुमति के बिना अंतिम संस्कार के सवाल पर यूपी के डीजीपी एचसी अवस्थी ने कहा कि इसके बारे में मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता. ये स्थानीय स्तर के निर्णय हैं.

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