Hathras Stampede: हाथरस भगदड़ के चार दिन बाद बाबा नारायण साकार हरि सामने आया, जारी किया बयान
Hathras Stampede: हाथरस में 2 जुलाई को नारायण साकार हरि के सत्संग में 123 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि 31 घायल हो गए थे. इस मामले में शासन-प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है.
हाथरस: हाथरस भगदड़ (Hathras Stampede) मामले में बाबा नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा उर्फ सूरज पाल सामने आ गया है. उन्होंने मीडिया को एक बयान जारी किया है. उसका कहना है कि 2 जुलाई की घटना के बाद से वो बहुत दुखी है. प्रभु संगत और उसे इस दु:ख की घड़ी से उबरने की शक्ति दें. मृतकों और घायलों की मदद कमेटी करेगी. जो भी उपद्रवी हैं, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा. शासन-प्रशासन पर सभी भरोसा रखें. सभी महामंत्र का सहारा न छोड़े. वर्तमान समय में वही माध्यम है. सभी को सद्मति और सद्बुद्धि प्राप्त होने की इच्छा रखते हैं.
पुलिस तलाश रही थी, लेकिन नहीं मिला बाबा
नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा 2 जुलाई को सत्संग में भगदड़ के बाद से फरार था. उसके मैनपुरी आश्रम में होने की बात कही जा रही थी. पुलिस ने आश्रम में आधी रात को छापा मारा था, लेकिन भोले बाबा वहां मिला नहीं था. अब बाबा ने मीडिया के सामने अपना बयान जारी किया है. पुलिस ने अभी भगदड़ मामले में बाबा को आरोपी नहीं बनाया है. उससे पूछताछ के लिए पुलिस तलाश रही थी. इसी बीच बाबा के वकील एपी सिंह सामने आए थे और उन्हें बाबा का पक्ष रखा था.
साक्ष्य छिपाने और शर्तों के उल्लंघन की एफआईआर
पुलिस ने सत्संग आयोजकों पर जो एफआईआर की है. उसके अनुसार साक्ष्य छिपाने और शर्तों के उल्लंघन की जानकारी दी गई है. ये भी लिखा गया है कि सत्संग में आने वाले भक्तों की संख्या को छुपाया गया. आयोजकों ने 80 हजार भक्तों के आने की जानकारी दी थी. लेकिन ये संख्या 2.50 लाख से अधिक हो गई. इसके बावजूद पुलिस और प्रशासन को इसकी सूचना नहीं दी गई. ट्रैफिक मैनेजमेंट का भी इंतजाम नहीं था. हाथरस में 2 जुलाई को नारायण साकार हरि के सत्संग में 123 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि 31 घायल हो गए थे. इस मामले में शासन-प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है.