हाथरस: 2 जुलाई को नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में हुई भगदड़ (Hathras Stampede) की जांच न्यायिक आयोग ने शुरू कर दी है. शनिवार को आयोग की टीम के अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस बृजेश श्रीवास्तव दो सदस्यों के साथ हाथरस पहुंचे थे. वहां उन्होंने पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के साथ मुलाकात की. उनसे घटना और राहत कार्यों की जानकारी ली. इसके बाद वो सिकंदराराऊ स्थित फुलरई गांव में घटना स्थल पर भी गए. अस्पतालों में भर्ती घायलों, उनके परिवारीजनों से मुलाकात की.
आयोग की टीम ने किया घटना स्थल का निरीक्षण
न्यायिक आयोग की टीम ने सत्संग स्थल का पूरा जायजा लिया. प्रवेश से लेकर निकासी के बारे में जानकारी ली. जहां भगदड़ मची थी, उस जगह की जानकारी ली. जिस खेत में गिरकर श्रद्धालुओं की मौत हुई उसे भी देखा. बाबा नारायण साकार हरि के वापस जाने के रास्ते के बारे में पूरी जानकारी ली. न्यायिक आयोग की टीम के हाथरस के डीएम आशीष कुमार, सीडीओ साहित्य प्रकाश मिश्र, एसडीएम, सीओ व अन्य अधिकारी मौजूद थे.
दो महीने में देनी है रिपोर्ट
न्यायिक आयोग हाथरस भगदड़ (Hathras Stampede) के पीछे साजिश की आशंका की जांच कर रहा है. आयोग को अपनी रिपोर्ट पेश करने के लिए दो माह का समय दिया गया है. जांच रिपोर्ट के अलावा आयोग इस तरह के कार्यक्रमों के लिए एसओपी भी तैयार करेगा. जिससे भविष्य में किसी तरह जनहानि और दुर्घटना से बचा जा सके. सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ के पीछे साजिश की आशंका जताई थी.
बयान के लिए लोगों को बुलाया जाएगा
न्यायिक आयोग ने पहले दिन स्थलीय निरीक्षण के बाद अब बयान दर्ज करने की तैयारी शुरू की है. आयोग अब इस सत्संग से जुड़े आयोजकों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से पूछताछ करेगा. इनके बयान दर्ज होंगे. इसके बाद अंतिम निष्कर्ष पर आयोग पहुंचेगा.