Hathras Stampede: भोले बाबा नहीं, उनके वकील आए सामने, बोले-हाथरस भगदड़ के पीछे असामाजिक तत्वों का हाथ

Hathras Stampede: हाथरस भगदड़ मामले में पुलिस भोले बाबा और उसके मुख्य सेवादार को तलाश रही है. इस हादसे में 121 श्रद्धालुओं की मौत और 31 लोग घायल हो गए थे. मुख्य सेवादार पर नामजद एफआईआर हुई है.

By Amit Yadav | July 4, 2024 12:28 PM

हाथरस: नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा उर्फ सूरज पाल भगदड़ (Hathras Stampede) के बाद से लापता हैं. लेकिन बाबा के वकील सामने आ गए हैं. उनका एक वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें उन्होंने दावा किया है कि हाथरस भगदड़ के पीछे असामाजिक तत्वों का हाथ है. बाबा के अनुयायी उनके पैर नहीं छूते हैं. बाबा जांच में पूरी तरह से मदद करेंगे.

बाबा के वकील ने जारी किया बयान

भोले बाबा की तरफ से सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह को नियुक्त किया है. एपी सिंह निर्भया कांड के आरोपियों और सीमा हैदर का केस भी लड़ चुके हैं. अब बाबा को डिफेंड करेंगे. हालांकि बाबा ने बृहस्पितवार देर शाम अपना लिखित संदेश जारी करके मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की थी. साथ ही घायलों के जल्दी स्वस्त होने की कामना की थी.

दावा, अनुयायी बाबा के पैर नहीं छूते

न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार प्रवचनकर्ता नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के वकील ने बुधवार को दावा किया कि अनुयायी कभी भी उनके पैर नहीं छूते हैं। उन्होंने हाथरस में मंगलवार को आयोजित सत्संग में मची भगदड़ और 121 लोगों के मारे जाने के पीछे कुछ असामाजिक तत्वों का हाथ होने का संदेह जताया है. वकील ने कहा कि मंगलवार की भगदड़ की जांच कर रहे राज्य प्रशासन और पुलिस के साथ सहयोग करने के लिए भी वे तैयार हैं. उन्होंने पूरे मामले की जांच की मांग की है.

बाबा जांच में सहयोग के लिए तैयार

वकील एपी सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से दावा किया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने साजिश रची. जब नारायण साकार हरि कार्यक्रम स्थल से चले गए, उनके वाहन चले गए, तो हमारे स्वयंसेवक और अनुयायी साजिश के कारण यह समझने में विफल रहे कि क्या हो रहा है. यह एक योजना के तहत किया गया था और इसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भोले बाबा भी मंगलवार की भगदड़ की जांच कर रहे राज्य प्रशासन और पुलिस के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं और उन्होंने पूरे मामले की जांच की मांग की है.

चरण रज का उल्लेख झूठा

प्राथमिकी में किए गए दावों और एसडीएम की प्रारंभिक रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर उच्चतम न्यायालय के वकील सिंह ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि नारायण साकार हरि के पैर उनके अनुयायी कभी नहीं छूते. चरण रज का उल्लेख भी झूठा है. इस तरह के कृत्य का कभी कोई वीडियो या तस्वीर नहीं है. वह भोले बाबा और सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के पुलराई गांव में आयोजित ‘सत्संग’ के मुख्य आयोजक का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. भगदड़ के सिलसिले में दर्ज प्राथमिकी में प्रवचनकर्ता का नाम आरोपी के तौर पर नहीं है.

एडवोकेट करेंगे घटनास्थल का दौरा

अगले कानूनी कदम के बारे में एपी सिंह ने कहा कि हम घटनास्थल का दौरा करेंगे. अन्य कारकों पर विचार करेंगे और उसके अनुसार निर्णय लेंगे. भोले बाबा के कार्यक्रमों के दौरान नक्शे बनाए जाते हैं, अनुमति ली जाती है. पर्याप्त क्षेत्र में व्यवस्था की जाती है. भोले बाबा ने उनके सत्संग के बाद जो कुछ हुआ उसकी निंदा की है. उन्होंने दावा किया कि प्रवचनकर्ता के सेवादार और अनुयायी भगदड़ के पीड़ितों की मदद कर रहे हैं और उन्हें भोजन और दवाइयां मुहैया करा रहे हैं.

Also Read: नारायण साकार के आश्रम में आधी रात को घुसी पुलिस, लेकिन हाथ नहीं लगा बाबा

Also Read: न्यायिक जांच आयोग का गठन, रिटायर्ड जस्टिस बृजेश श्रीवास्तव करेंगे जांच

Also Read: दूसरे राज्यों के मृतकों को भी सरकार देगी मुआवजा

Next Article

Exit mobile version