हाथरस: नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा सत्संग में हुई भगदड़ (Hathras Stampede) के बाद से लापता है. पहले उसके मैनपुरी के बिछवा आश्रम में छुपे होने की बात कही जा रही थी, लेकिन आधी रात को पुलिस ने जब वहां पहुंची तो वो हाथ नहीं लगा. लगभग एक घंटे तक आश्रम में रहने के बाद पुलिस बाहर आ गई. जबकि हाथरस भगदड़ के बाद से ही पुलिस ने बाबा के आश्रम के बाहर डटी हुई थी. लगातार कहा जा रहा था कि वो आश्रम के अंदर ही है. एक सेवादार का वीडियो भी बाबा की उपस्थिति को लेकर वायरल हुआ था. लेकिन बाबा आश्रम में नहीं मिला.
पुलिस का बयान-सुरक्षा व्यवस्था देखने गए थे
एसपी सिटी और सीओ भोगांव के साथ पुलिस बल आश्रम में घुसा था. लगभग एक घंटे बाद जब पुलिस बाहर निकली तो बताया गया कि वो सुरक्षा व्यवस्था देखने अंदर गई थी. आश्रम के अंदर 50-60 लोग मिले. लेकिन भोले बाबा नहीं मिले. इसके बाद पुलिस बल वापस आ गया. पुलिस के हाथ हाथरस मामले में नामजद मुख्य सेवादार भी नहीं लगा है. न ही अन्य सुरक्षाकर्मी व सेवादार पकड़ में आए हैं, जिन्होंने भीड़ में धक्का मुक्की की थी. इसकी वजह से और ज्यादा स्थितियां बिगड़ गई थी.
भोले बाबा पर कई मुकदमों की बात आई सामने
नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा उर्फ सूरज पाल के कई पुराने मामले भी इस हादसे के बाद सामने आए हैं. इसमें सन् 2000 के एक मामले में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था. लेकिन कोर्ट से वो बरी हो गए थे. इस मामले में एफआर भी लग चुकी है. हालांकि हाथरस मामले में भोले बाबा को पुलिस ने नामजद नहीं किया है. इसी बीच बाबा की तरफ से एडवोकेट एपी सिंह का बयान सामने आया है.
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