क्या सच में हैं सुभाष हॉस्टल में भूत, रात काे आती है घुंघरू की आवाज, पढ़ें लखनऊ की भूतिया जगहों के बारे में
लखनऊ में अनगिनत हांटेड प्लेस हैं लेकिन आज हम आपको बताएंगे लखनऊ विश्वविद्यालय के भूतिया हॉस्टल के बारे में. वैसे तो लखनऊ में ओइल हाउस, रेलवे क्वार्टर और सिकंदर बाग को लोग भूतिया जगह कहते हैं. लेकिन इन दिनों लखनऊ विश्वविद्यालय के सुभाष छात्रावास चर्चा का विषय बना हुआ है.
Haunted Place Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अनगिनत हांटेड प्लेस हैं लेकिन आज हम आपको बताएंगे लखनऊ विश्वविद्यालय के भूतिया हॉस्टल के बारे में. वैसे तो लखनऊ में ओइल हाउस, रेलवे क्वार्टर और सिकंदर बाग को लोग भूतिया जगह कहते हैं. लेकिन इन दिनों लखनऊ विश्वविद्यालय के सुभाष छात्रावास चर्चा का विषय बना हुआ है. यहां के छात्रों का कहना है कि हॉस्टल में रात होते ही डरावनी आवाजें आती हैं.
लखनऊ सुभाष छात्रावास
लखनऊ विश्वविद्यालय का सुभाष छात्रावास में रहने वाले छात्रों में इन दिनों दहशत का माहौल है. वजह है एक भूतिया डर. जी हां यहां के छात्रों का कहना है कि रात होती है डरावनी आवाजें आती हैं. हालत यह है कि इन आवाजों के डर से छात्रावास के छात्रों ने हॉस्टल के छात्रों ने सुंदरकांड पाठ किया. सुभाष हॉस्टल में रहने वाले छात्रों का मानना है कि रात 10:00 बजे के बाद वह अपने कमरे से नहीं निकलते. क्योंकि रात होती ही हॉस्टल में पायल की आवाज और रोने की आवाज सुनाई देती है.
क्या सच में है सुभाष हॉस्टल में भूत
लखनऊ विश्वविद्यालय का सुभाष हॉस्टल करीब 125 साल से भी ज्यादा पुराना है. छात्रों को इन दिनों लगातार भूतिया आवाजें सुनाई दे रही है. जिससे छात्र परेशान है. कुछ छात्रों में आवाज ना आने की बात कही तो कुछ का कहना है कि रात होते ही अजीबोगरीब हॉस्टल से आवाज आती है. हालांकि यह कितना सच है कितना झूठ है इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. बताया जा रहा है कि यहां कोई शरारत की है.
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लखनऊ ओइल हाउस
लखनऊ का ओइल हाउस इस समय लखनऊ यूनिवर्सिटी के कुलपति का सरकारी आवास है. इसके बारे में कहा जाता है वाजिद अली शाह पर जब अंग्रेजों ने हमला किया तब इसी भवन के एक कुएं में अंग्रेज सैनिक को उन्होंने मारकर फेंक दिया. जिसके बाद इस भवन में अंग्रेज सैनिकों की आत्माओं का कब्जा हो गया. लेकिन यह पता उस समय चला जब लखनऊ यूनिवर्सिटी के अधिकारी को यह भवन रहने के लिया दिया गया. कुएं में रहने वाले आत्माओं ने इनके बेटे को अपना शिकार बना लिया. जिसके बाद से कुएं को बंद करवा दिया गया.