लखनऊ / बहराइच : जनपद के रिसिया थानाक्षेत्र में बेटी के दूसरे समुदाय के युवक से प्रेम करने को लेकर पिता ने अपनी ही 16 वर्षीया बेटी की कथित रूप से हत्या कर दी. साथ ही शव को बोरे में भर कर फेंक दिया. उसके बाद मृतका के पिता ने थाने में लिखित शिकायत की कि रात करीब दो बजे मो यार खां के बेटे इब्राहिम व अन्य ने मेरे घर में घुस कर मेरी और पत्नी की कनपटी पर रिवाल्वर लगाकर घर के जेवर लूट लिये और मेरी पुत्री शंकरानी उर्फ पूजा के मुंह में कपड़ा ठुंस कर उठा ले गये. बाद में मेरी पुत्री शंकर रानी की हत्या कर दी.
पुलिस अधीक्षक विपिन मिश्रा ने मंगलवार को बताया कि 20 जून को यार खां सहित दो नामजद और दो अज्ञात के खिलाफ पॉक्सो कानून एवं भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया था. साथ ही छोटकऊ को 23 जून को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने छानबीन के दौरान सुभाष के घर से दपट्टा और रस्सी बरामद किया, जिसमें बाल आदि लगे थे. कड़ाई से पूछताछ करने पर वादी ने जुर्म कुबूल लिया कि उसने ही अपनी इज्जत बचाने के लिए बेटी की हत्या कर प्रधान और कोटेदार को फंसाने के लिए हत्या का रूप दिया था.
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पुलिस अधीक्षक के समक्ष आरोपित पिता सुभाष ने बताया कि उसकी नाबालिग बेटी शंकर रानी देवी का प्रेम प्रसंग गांव के ही फकीरे के बेटे छोटकऊ के साथ था. मामले की जानकारी होने पर उसकी शादी नाबालिग अवस्था में ही करीब एक साल पूर्व कर दी थी. उसने बताया कि मेरी बेटी के पास अपना मोबाइल नहीं था. शादी के बावजूद मेरी बेटी अपने पति के मोबाइल से प्रेमी छोटकऊ से बात करती रहती थी. फोन में कॉल रिकॉर्डिंग लगाये जाने के कारण मेरे दामाद को भी मेरे बेटी के प्रेम प्रसंग के बारे में जानकारी हो गयी.
करीब 20-25 दिन पहले मेरे समधी ने मेरी बेटी को मेरे घर छोड़ दिया. यहां आने पर मैंने लड़की को उसके प्रेमी के साथ देख लिया. मैंने अपनी बेटी को समझाने की बहुत कोशिश की. लेकिन, वह अपने प्रेमी के पक्ष में ही बयान देना चाहती थी. इस कारण अपनी इज्जत बचाने के लिए 27-28 जून की रात में मैंने सोते समय अपनी लड़की को गला घोंट कर मार दिया. उसके बाद आंगन में उसकी गला काट कर बोरे में भर कर फेंक दिया.