Lucknow News: लखनऊ के लोगों को बुधवार को एक बड़ी खुशखबरी मिली. इस साल शहरवासियों पर नए कर का कोई बोझ नहीं बढ़ेगा. मंगलवार को नगर निगम कार्यकारिणी ने हाउस टैक्स की दरें बढ़ाने का प्रस्ताव खारिज कर दिया है. लखनऊ नगर निगम का बजट बुधवार को पास किया गया, राहत की बात यह रही कि कोई कर नहीं बढ़ाया गया. नगर निगम बजट में सामान्य और कमर्शियल गृहकर भी रिवाइज नहीं होगा. महापौर संयुक्ता भाटिया ने कोरोना काल से प्रभावित जनता और व्यापारियों को कर ना बढ़ा कर बड़ी राहत दी है.
बता दें कि लखनऊ नगर निगम में करीब ढ़ाई लाख मकान शामिल हो रहे है. जानकारी के मुताबिक यहां से करीब 50 करोड़ रुपए से ज्यादा का राजस्व नगर निगम को मिलता है. इसमें कई कॉलेज से लेकर अस्पताल, होटल और बड़े शोरूम मालिक शामिल है. बता दें कि पिछले साल शासन की तरफ से यह फैसला लिया गया था कि नगर निगम और पालिका की सीमा में शामिल नए भवनों को एक साल का हाउस टैक्स नहीं देना होगा. लखनऊ में करीब ढ़ाई लाख और प्रदेश में सात लाख भवन मालिकों को इससे राहत मिली थी.
Also Read: Lalitpur: थाने में SHO की हैवानियत पर गरमाई सियासत, अखिलेश-प्रियंका ने योगी सरकार को घेरा
दरअसल, पिछले दिनों लखनऊ समेत कई नगर पालिका और निगमों का सीमा विस्तार किया गया था, उसमें नए इलाके शामिल हुए थे. सभी मकान मालिकों से इस साल का हाउस टैक्स लेना था, लेकिन कैबिनेट बैठक में इसपर रोक लगा दिया गया था. शासन के इस फैसले से नगर निगम के राजस्व को झटका लगा था. उम्मीद थी कि इससे नगर निगम का राजस्व बढ़ेगा लेकिन अभी इसके लिए लखनऊ नगर निगम को इंतजार करना पड़ेगा. बता दें कि मौजूदा समय उत्तर प्रदेश में कुल 17 नगर निगम है. इसके अलावा सूबे में 50 से ज्यादा नगर पालिका भी है.