लखनऊ: आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) बनाने के लिये 17 सितंबर से अभियान चलेगा. लेकिन अब कोई भी मोबाइल पर आयुष्मान एप डाउनलोड करके कार्ड बनाने का आवेदन कर सकता है. इसके लिये बस कुछ आसान दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा. लेकिन इसके लिये स्मार्ट फोन होना जरूरी है.
आयुष्मान भारत योजना के तहत देश के नागरिकों को पांच लाख रुपये तक फ्री इलाज की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. लेकिन इस सुविधा का लाभ लेने को लिये कुछ मानक तय किये गये हैं. इन मानकों को पूरा करने वाला ही आयुष्मान कार्ड बनवा सकता है. इस कार्ड के बनने के बाद नागरिक सूचीबद्ध अस्पतालों में निःशुल्क इलाज करवा सकते हैं. 17 सितंबर से आयुष्मान भव योजना के तहत यूपी में कार्ड बनवाने का अभियान चलेगा.
हालांकि केंद्र सरकार ने मोबाइल फोन पर आयुष्मान एप डाउनलोड करके भी कार्ड बनवाने के लिये आवेदन करने की सुविधा दी है. इस एप को डाउनलोड करने के बाद लाभार्थी एप पर अपने मोबाइल फोन नंबर से पंजीकरण कराएगा. इसके बाद उसमें बताए गये दिशा-निर्देश का पालन करते हुए कार्ड बनवा सकता है. लेकिन आवेदन से पहले सभी दस्तावेज को डिजिटल फॉर्म में रखना होगा. जिससे आवेदन के समय उन्हें ढूंढ़ने में समय ना खराब हो.
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अपना मोबाइल नंबर
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राशन कार्ड
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आवेदककर्ता का आधार कार्ड
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निवास प्रमाण पत्र
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आवेदनकर्ता का पासपोर्ट साइज फोटो
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वोटर कार्ड, पैन कार्ड या अन्य प्रमाण पत्र
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अपने मोबाइल फोन के गूगल प्ले स्टोर पर जाएं.
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सर्च बार में आयुष्मान एप दर्ज करें.
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आयुष्मान एप का चयन करें, उसे इंस्टाल करें.
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इंस्टाल होने के बाद एप को ओपेन करें.
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स्क्रीन पर एनएचए डाटा प्राइवेस पॉलिसी दिखेगी. उसे पढ़ सकते हैं तो पढ़ें और आश्वस्त होने के बाद एक्सेप्ट करें.
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इसके बाद अपनी भाषा चुनें, लॉगइन बटन पर क्लिक करें.
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लाभार्थी का चयन करें, अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें.
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मोबाइल नंबर सत्यापित करने के लिये ओटीपी आएगा, उसे डालें, प्रमाणीकरण करें.
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ओटीपी के बाद कुछ अंक व अक्षर के रूप में कैपचा आएगा, उसे डालें, आवश्यक विवरण दर्ज करने के बाद लॉगइन करें.
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लाभार्थी के रूप में लॉगइन करने के बाद लाभार्थी की खोज करें पेज खुलेगा. इस पर स्वयं या परिवार के सदस्यों को खोज सकते हैं.
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इसके लिये अपना राज्य चुनें, लागू योजना का चयन करें.
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चुनें किस आधार पर लाभार्थी की तलाश करना चाहते हैं.
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यहां फैमिली आईडी का चयन करें, जिला चयन करें.
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इसके बाद फैमिली आईडी दर्ज करें, सभी जरूरी जानकारी भरें व खोजें बटन को क्लिक करें.
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इसके बाद आपके परिवार के सदस्यों की सूची सामने होगी.
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जिन लाभार्थियों का ई-केवाईसी लंबित है, उन्हें नारंगी रंग में दिखाया गया है.
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लाल रंग से चिन्हित सदस्यों का आधार लिंक नहीं है.
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हरे रंग से चिन्हित लाभार्थी पहले से स्वीकृत हैं और उनके पास आयुष्मान कार्ड है.
यूपी में 17 सितंबर से अयुष्मान भव: अभियान शुरू होगा. इस अभियान को 5 हिस्सों में बांटा गया है. इसमें 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा. इसी दिन आयुष्मान आपके द्वार 3.0 की भी शुरुआत की जाएगी. इसी दिन से आयुष्मान मेला भी शुरू होगा. 2 अक्टूबर से आयुष्मान सभा का आयोजन किया जाएगा. साथ ही आयुष्मान ग्राम पंचायत एवं आयुष्मान अर्बन वार्ड भी शुरू होगा.
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आयुष्मान आपके द्वार 3.0 की शुरुआत पीएमजेएवाई (PMJAY) योजना के तहत सभी शेष पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड के वितरण के लिए की जा रही है. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी पात्र लाभार्थी इस अभियान में न छूटे. इसके माध्यम से खुद पंजीकरण करके कार्ड निर्माण किया जा सकेगा. आयुष्मान कार्ड निर्माण में तेजी लाने के इरादे से 2021 में आयुष्मान आपके द्वार 1.0 और 2022 में ‘आयुष्मान-आपके द्वार 2.0’ चलाया गया था.
एफएलडब्ल्यू, उचित मूल्य की दुकानों (एफपीएस), कार्ड निर्माण एजेंसियों, स्वयंसेवकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं आदि का उपयोग करके कार्ड बनाया जाएगा. घर-घर ई-केवाईसी और कार्ड डिलीवरी की सुविधा मिलेगी. इस पूरे कार्यक्रम के लिए डीएम को नोडल अधिकारी बनाया गया है. कार्ड निर्माण के लिए ई-केवाईसी और आईईसी से संबंधित गतिविधियों के लिए आशा कार्यकर्ताओं, पंचायती राज के तहत फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं और स्वयं सहायता समूहों का समर्थन किया जाएगा. लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए स्थानीय जन प्रतिनिधियों को शामिल किया जा सकता है.
2 अक्टूबर से आयुष्मान सभा की शुरुआत होगी. इसके तहत विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं और सेवाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक ग्राम, वार्ड स्तर पर वीएचएसएनसी, नगरीय निकाय के नेतृत्व में आयुष्मान सभा का आयोजन किया जाएगा. इसमें आयुष्मान कार्ड का वितरण एवं प्रदर्शन किया जाएगा. इसमें पात्र लाभार्थियों की सूची के साथ ही उपचार प्राप्त लाभार्थियों की सूची और सूचीबद्ध अस्पतालों की सूची के संबंध में जानकारी प्रदान की जाएगी.