UP News: आईएएस नवदीप रिणवा होंगे यूपी के मुख्य चुनाव आयुक्त, भारतीय निर्वाचन आयोग ने लगाई मुहर
UP News: आईएएस नवदीप रिणवा को यूपी का मुख्य निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया गया है. वह मूल रुप से पंजाब के रहने वाले हैं. इस समय वह अलीगढ़ के मण्डलायुक्त के पद पर तैनात थे, वह अयोध्या के भी कमिश्वर रह चुके हैं
UP News: उत्तर प्रदेश के नए मुख्य निर्वाचन अधिकारी 1999 बैच के आईएएस अफसर नवदीप रिणवा होंगे. नवदीप वर्तमान में अलीगढ़ में कमिश्नर के पद पर तैनात हैं और इनकी नियुक्ति IAS अजय कुमार शुक्ला के स्थान पर हुई है. लोकसभा चुनाव 2024 से पहले राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को बदलना अहम माना जा रहा है.
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले की गई ये तैनाती काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. यूपी सबसे बड़ा राज्य है और यहां पर लोकसभा की 80 सीटें है. भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा उनकी नियुक्ति के संबंध में गुरुवार को नोटिस जारी कर दिया गया है.
नवदीप रिणवा के नाम पर लगी मुहर
यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आईएएस अजय कुमार शुक्ला साल 2019 में तैनात हुए थे. वहीं मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की तरफ से राज्य सरकार को यूपी विधानसभा-2022 के चुनाव खत्म होने के बाद तीन आईएएस अधिकारियों का नाम भेजने का निर्देश दिया था.
अब नवदीप रिणवा के नाम पर मुहर लग गई है और वह यूपी के नए मुख्य निर्वाचन अधिकारी बने हैं. बता दें कि इसके पहले वेकेंटश्वर लू विधानसभा चुनाव 2017 के बाद केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए थे. तब अजय कुमार शुक्ला को मुख्य निर्वाचन अधिकारी बनाया गया था. 9 अगस्त 2019 से अजय कुमार शुक्ला के पास ये कार्यभार था.
पिता थे पंजाब भाजपा अध्यक्ष
दरअसल , नवदीप रिणवा 1999 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और वह मूल रुप से फाजिल्का पंजाब के रहने वाले हैं. वह लखनऊ से दिल्ली तक कई बड़े पदों पर रह चुके हैं. फिलहाल वो अलीगढ़ के मण्डलायुक्त के पद पर तैनात थे और इस पद पर वह नवंबर 2022 से तैनात हैं. इससे पहले वो अयोध्या के भी कमिश्वर रह चुके हैं और नवदीप यूपी परिवाहन निगम के एमडी भी रहे चुके हैं.
वहीं नवदीप मऊ, पीलीभीत, बदायूं और लखीमपुर खीरी के डीएम की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं. नवदीप रिणवा के पिता बृज लाल रिणवा गणित के प्रोफेसर थे और पंजाब भाजपा के 1997-सितम्बर 2003 तक प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. उनकी पत्नी रितु रिणवा वकील हैं.
उत्तर प्रदेश में आईएएस नवदीप रिणवा की पहली नियुक्ति साल 2000 में एसडीएम के तौर पर पीलीभीत में की गई थी. इसके बाद फरवरी 2003 से जून 2004 के बीच नवदीप रिणवा को मुख्य विकास अधिकारी के तौर पर बदायूं, आगरा और कानपुर देहात जिले में तैनात किया गया था. कानपुर देहात के मुख्य विकास अधिकारी से उनका तबादला कर मऊ का डीएम बनाया गया था. साल 2005-06 के दौरान उनको उत्तर प्रदेश सरकार में विशेष सचिव बनाया गया.
आईएएस नवदीप रिणवा को मार्च 2006 से जनवरी 2007 के बीच बिजनौर का डीएम बनाया गया था. बिजनौर डीएम के बाद उनकी फिर से लखनऊ वापसी हुई और उन्हें स्पेशल सेक्रेटरी बनाया गया. बाद में उन्हें यूपी लोकल बॉडिज में डायरेक्टर बना दिया गया. मई 2007 में नवदीप रिणवा का तबादला लखीमपुर खीरी के डीएम के तौर पर किया गया. लखीमपुर खीरी के बाद उन्होंने बतौर पीलीभीत और बदायूं के डीएम का कार्यभार भी सम्भाला.
मई 2009 में उन्हें शासन में विशेष सचिव बनाया गया. इसके बाद जुलाई 2009 में पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम में एमडी बनाया गया. उन्होंने मार्च 2010 से फरवरी 2011 के बीच लखनऊ में बतौर स्पेशल सेक्रेटरी काम किया. लेकिन फरवरी 2011 से फरवरी 2014 के बीच नवदीप रिणवा ने शाहजहांपुर, बुलंदशहर और मेरठ के डीएम के तौर पर काम किया.
सितंबर 2014 में केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए
फरवरी 2014 में नवदीप लखनऊ में विशेष सचिव के पद पर रहे वहां से उनका तबादला मेरठ डीएम के तौर पर हो गया. लेकिन सितंबर 2014 में नवदीप रिणवा प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली चले गए, जहां उन्होंने संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय में बतौर पीएस काम किया है. इसके बाद उन्हें पहले स्वास्थ्य और फिर रसायन और उर्वरक मंत्रालय में ज्वाइंट सेकरेट्री बनाया गया. दिल्ली से नवंबर 2021 में लगभग सात साल बाद उनकी यूपी में वापसी हुई और उन्हें UPSRTC का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया गया था. जिसके बाद जनवरी 2022 में उन्हें अयोध्या मंडल का कमिश्नर बनाया गया था.
यूपी की ब्यूरोक्रेसी में जल्द होगा बदलाव
इसके साथ ही वह राज्य सरकार के अधीन प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर किसी अन्य विभाग या किसी अन्य सरकारी काम को नहीं करेंगे. वहीं अब उनके अलीगढ़ के मण्डलायुक्त के पद से हटने के बाद उनकी जगह पर भी किसी अधिकारी को भेजा जाएगा, जिसका मतलब साफ है कि यूपी की ब्यूरोक्रेसी में जल्द बदलाव देखने को मिलेगा.