Lucknow: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) लखनऊ ने राजस्थान दौसा की गायनकोलॉजिस्ट डॉ. अर्चना शर्मा की पुलिस प्रताड़ना के विरोध में गुरुवार को पैदल मार्च निकालकर विरोध दर्ज कराया. आईएमए (IMA) के सदस्यों ने संगठन के भवन से शहीद स्मारक तक विरोध प्रदर्शन किया. आईएमए के साथ चिकित्सकों के सभी संगठनों ने एक स्वर में डॉक्टर के हत्यारों को फांसी दो के नारे लगाए.
फांसी दो और डिग्री है तो केस है, झोला है तो सेफ है, के नारों के साथ डॉक्टरों ने डॉ. अर्चना शर्मा को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले लोगों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. आईएमए के सदस्यों ने कहा कि गायनकोलॉजिस्ट डॉ. अर्चना शर्मा पर पुलिस ने बिना जांच के धारा 302 में मुकदमा दर्ज किया और उनको मानसिक प्रताड़ना दी. पुलिस की प्रताड़ना और अपनी प्रतिष्ठा पर होते आघात से तनावग्रस्त डॉ. अर्चना शर्मा ने आत्महत्या कर ली.
लखनऊ ऑब्स एंड गायनी सोसाइटी की अध्यक्ष डॉ. यशोधरा प्रदीप व सचिव डॉ. निशा सिंह ने कहा की दोषी सभी लोगों को जल्द से जल्द बर्खास्त किया जाए और डॉक्टर को न्याय दिया जाए. चिकित्सा स्वस्थ्य महासंघ यूपी के प्रधान महासचिव डॉ. अशोक कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. भवन सचान व सचिव डॉ. सर्वेश पाटिल ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई पूरी तरह से एकतरफा थी. पुलिस और मरीजों का ऐसा ही हाल रहा तो गंभीर मरीजों का डॉक्टर इलाज करने से डरेगा.
केजीएमयू टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. केके सिंह, लखनऊ नर्सिंग होम्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अनूप अग्रवाल, सचिव डॉ. संजय लखटकिया, पैथोलॉजी एसोसिएशन, वूमन डॉक्टर विंग की अध्यक्षा डॉ. रुखसाना खान, मिशन पिंक, उत्तर प्रदेश नर्सिंग होम्स एसोसिएशन रायबरेली रोड डॉक्टर्स एसोसिएशन, इंडियन डेटल एसोसिएशन के डॉ. सुयश अग्रवाल, बार एसोसिएशन लखनऊ एवं अन्य सभी चिकित्सक संघठनों के प्रतिनिधियों एवं सदस्यों ने डॉ. अर्चना को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वालों पर कार्रवाई की मांग की.