आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा और उनके सहयोगी बरेली में नजरबंद, जानें यूपी पुलिस ने क्यों की ऐसी कार्रवाई
बरेली की नगर मजिस्ट्रेट रेनू सिंह ने बताया कि मौलाना तौकीर ने 15 मार्च को तिरंगा यात्रा निकालने के संबंध में प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली. उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को तिरंगा यात्रा निकालने के कार्यक्रम की मात्र सूचना भर दी थी.
बरेली. हिंदूवादी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने जैसी मांग और राष्ट्रपति को ज्ञापन देने को लेकर अपने समर्थकों से दिल्ली कूच का आह्वान करने वाले इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा और उनके सहयोगियों को उत्तर प्रदेश पुलिस ने भड़काऊ भाषण देने के आरोप में घर में नजरबंद कर दिया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने बुधवार को बताया कि दिल्ली कूच के आह्वान के चलते मौलाना तौकीर रजा और उनके तीन सहयोगियों को मंगलवार रात को नजरबंद किया गया. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो मौलाना की हिरासत बढ़ाई जा सकती है.
पुलिस ने शुरू की मामले की जांच
बरेली की नगर मजिस्ट्रेट रेनू सिंह ने बताया कि मौलाना तौकीर ने 15 मार्च को तिरंगा यात्रा निकालने के संबंध में प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली. उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को तिरंगा यात्रा निकालने के कार्यक्रम की मात्र सूचना भर दी थी. मौलवी ने हिंदुत्व संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक ज्ञापन सौंपने के लिए बुधवार को बरेली से दिल्ली तक ‘तिरंगा यात्रा’ शुरू करने की योजना की घोषणा की थी. रजा ने शनिवार को मुरादाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर कहा था कि ‘खालिस्तान’ की मांग करने वालों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने वाली सरकार को ‘हिंदू राष्ट्र’ की मांग करने वालों के साथ भी ऐसा ही करना चाहिए.
नफरत फैलाने का आरोप
रजा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था. ‘अगर हमारे युवा मुस्लिम राष्ट्र की मांग करने लगे तो क्या होगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ‘सबका साथ सबका विकास’ का नारा झूठ है. कुछ धर्मांध देश में नफरत का बीज बो रहे हैं. ऐसा करने वाले और उनके समर्थक न तो समाज के हितैषी हैं और न ही देश के बल्कि वे देशद्रोही हैं. उन्होंने आरोप लगाया था कि मुसलमानों के खिलाफ नफरत बढ़ रही है और मस्जिदों और मदरसों को बचाने की जरूरत है. मुरादाबाद पुलिस ने भड़काऊ टिप्पणी करने के आरोप में रविवार को उनके खिलाफ मामला दर्ज किया. बुधवार को रजा और उनके सहयोगी नफीस, नदीम और मुनीर इदरीशी (उनके प्रवक्ता) को भी नजरबंद कर दिया गया.
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पुलिस कर्मियों की तैनाती
रजा के निवास स्थान हजरत दरगाह परिसर और हिरासत में लिए गए उनके संगठन के पदाधिकारियों के आवास के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. बरेली की नगर मजिस्ट्रेट ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी आज सुबह से रजा के आवास के आसपास की स्थिति पर नजर रख रहे हैं. एसपी (सिटी) राहुल भाटी ने कहा कि पुलिस लाइन में पीएसी और अन्य कर्मचारियों को भी अलर्ट पर रखा गया है. भाटी ने कहा अगर हिरासत में लिए गए व्यक्तियों के साथ कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या होती है, तो उन्हें योग्य लोगों की देखरेख में उचित चिकित्सा देखभाल प्रदान की जाएगी.