Lucknow News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी. उन्होंने अपने सरकारी आवास पर ध्वजारोहण किया.
इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक स्वतंत्र देश के नागरिक के रूप में हमारे पास अपनी स्वतंत्र आर्थिक नीतियां हैं. एक स्वतंत्र देश के नागरिक होने के नाते हर नागरिक को भारत के संविधान ने उसके नागरिक अधिकार प्रदान किए हैं. हर भारतवासी एक स्वतंत्र नागरिक के रूप में न केवल अपनी विरासत के रूप में गौरव की अनुभूति कर सकता है, बल्कि देश को एक विकसित भारत के रूप में स्थापित करने के लिए अपने स्तर पर भी योगदान कर सकता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत माता के उन सभी ज्ञात अज्ञात वीर सपूतों को जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना बलिदान दिया, हम नमन करते हैं. स्वतंत्र भारत में देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए या देश के अंदर सुरक्षा और कानून व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए अपना बलिदान करने वालों की स्मृतियों को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि है. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता का महत्व क्या होता है, यह हम सब आज महसूस करते हैं. जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में हमें अपनी पारिवारिक, सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक या धार्मिक स्वतंत्रता को आगे बढ़ाने के लिए जो स्वतंत्रता प्राप्त हुई है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच प्रण के कार्यक्रम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत महोत्सव के मुख्य समारोह के जरिए देशवासियों के संकल्प के साथ जोड़ने का काम किया है. आज जब अमृत कल के प्रथम वर्ष में हम सभी ने प्रवेश किया है, तो स्वाभाविक रूप से हमारा दायित्व बनता है कि हम देश को विकसित भारत के रूप में स्थापित करने के लिए इस संकल्प के साथ जुड़ें.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चाहे विरासत का सपना हो, विकसित भारत के निर्माण का सपना हो, नागरिक कर्तव्यों से जुड़ा हो, गुलामी के दंश से मुक्ति का हो या फिर एकता या एकीकरण से जुड़ा हुआ हो, इन सबको हम अगर अपने जीवन का हिस्सा बनाते हैं, तो 2047 में जब देश अपनी आजादी का शताब्दी वर्ष मना रहा होगा, हमें किसी न किसी रूप में इससे जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने देश की आजादी के उत्सव के दौरान 1947 में तो नहीं भाग नहीं लिया. लेकिन, देश जब अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा था, उसे महोत्सव के साथ हम भी जुड़े थे, ऐसा हम बता सकेंगे. उन्होंने कहा कि इसलिए आजादी के अमृत काल को लेकर प्रदेश में भी अनेक आयोजन किए जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन कार्यक्रमों के साथ जुड़ना और एक विकसित भारत के साथ जुड़ना, यह अपनी मातृभूमि और अपने सनातन राष्ट्र के लिए हम सब की कृतज्ञता होगी. यह देश के उन महान अमर सपूतों के प्रति हमारी कर्तव्यता होगी, जिन्होंने आजादी की लड़ाई के लिए देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपने आप को बलिदान किया था.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मां भारती के वीर सपूत, सभी ज्ञात-अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों को शत शत नमन. 77वें स्वतंत्रता दिवस की प्रदेश वासियों को हृदय से बधाई एवं अनंत शुभकामनाएं. अमर क्रांतिकारियों के सपनों का भारत, ‘आत्मनिर्भर भारत’ के रूप में आज साकार हो रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि भारत की स्वाधीनता के लिए सर्वस्व न्योछावर करने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के संघर्ष, त्याग और बलिदान का आदरपूर्वक स्मरण करना हम सभी का कर्तव्य है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में यह कार्य ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के माध्यम से किया जा रहा है. आजादी का अमृत महोत्सव 75 वर्षों की विकास यात्रा के आत्मावलोकन के साथ-साथ आगामी 25 वर्ष के अमृत काल में नये भारत के निर्माण का अवसर है.
प्रधानमंत्री ने अमृत काल में ‘पंचप्रण’ के माध्यम से देशवासियों से विकसित भारत, गुलामी के हर एक अंश से मुक्ति, अपनी विरासत के प्रति गर्व, एकता और एकजुटता तथा नागरिक कर्तव्यों के पालन का आह्वान किया है. विकसित भारत के निर्माण के लिए आवश्यक है कि हम सब प्रधानमंत्री के ‘पंचप्रण‘ के संकल्प को अंगीकार करते हुए कार्य करें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ के मंत्र के अनुरूप राज्य सरकार प्रदेश के सर्वसमावेशी, सर्वस्पर्शी एवं समग्र विकास के लिए कार्य कर रही है. प्रदेश सरकार गांव, गरीब, किसान, मजदूर, महिला, नौजवान सहित सभी वर्गां के कल्याण हेतु कृतसंकल्पित है. केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के सभी जरूरतमन्दों को प्राप्त हो रहा है.