Indian Railway: आधुनिक तकनीक के साथ-साथ रेल यात्री भी शिकायतों के नए- नए माध्यम अपना रहे हैं. रेल मदद पोर्टल और सोशल मीडिया रेल यात्रियों में अच्छा खासा लोकप्रिय है. भारतीय रेलवे ने भी यात्रियों के सफर को और भी सुखद बनाने के लिए नवाचारी (innovation) माध्यमों का प्रयोग कर रही है. रेल मदद पोर्टल (https://railmadad.indianrailways.gov.in) और सोशल मीडिया के माध्यम से आने वाली शिकायतों का निस्तारण किया जा रहा है. इन नए प्रयासों के परिणामस्वरूप यात्रियों का सफर सुरक्षित और सुविधाजनक हो रहा है. पूर्वोत्तर रेलवे में दिन-प्रतिदिन आने वाली शिकायतों का अवलोकन कर पाया है कि यात्री विशेष रूप से ‘रेल मदद ‘ पोर्टल का उपयोग करके अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त करने की दिशा में अधिक रुचि दिखा रहे हैं. ट्विटर के जरिए रेल यात्रियों की शिकायतों की भरमार दिखाई देती है.
पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में प्रतिदिन औसतन 130 शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, जिनमें कैरेज और वैगन से जुड़ी शिकायतें सबसे अधिक हैं. इसमें साफ-सफाई की समस्याएं शामिल हैं. रेलवे इन शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई का दावा करती है. मुख्य जन संपर्क अधिकारी (CPRO) पूर्वोत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल पंकज कुमार सिंह ने बताया, “यात्रियों के सुरक्षित और सुखद सफर की सुनिश्चितता के लिए हमने नए और सफल माध्यम अपनाए हैं.यात्री अब अपनी समस्या-शिकायतों को आसानी से रेल मदद पोर्टल और सोशल मीडिया के माध्यम से कर सकते हैं. और हम उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान करने का प्रयास करते हैं. 24 घंटे शिकायतों की निगरानी कर रहे हैं.
Also Read: independence day : आजादी का गुमनाम हीरो जो महिला का वेश रखकर खेतों में छिपे क्रांतिकारियों का करता था इलाज
पंकज कुमार सिंह बताते हैं कि रेल मदद पोर्टल पर यात्रियों की शिकायतों की मॉनिटरिंग 24 घंटे की निगरानी के साथ हो रही है. यात्री जिस भी प्रकार की शिकायत दर्ज करते हैं, उनकी समस्या को तुरंत समाधान करने का प्रयास किया जाता है. इसके साथ ही, सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर भी आने वाली शिकायतों का पर्याप्त ध्यान दिया जाता है और उनका त्वरित समाधान किया जाता है. इस नवाचारी पहल के साथ-साथ, भारतीय रेलवे यात्रियों के लिए और भी सुविधाएं प्रदान करने का काम कर रही है . सुरक्षित और सुखद सफर की दिशा में नए मानदंड स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है.
पूर्वोत्तर रेलवे के आधिकारिक डेटा के अनुसार, जनवरी से अगस्त 2023 तक कुल 1162 शिकायतें रिकार्ड (पंजीकृत) की गई हैं. इनमें से 462 शिकायतें कैरेज और वैगन से जुड़ी हैं. इसमें साफ-सफाई की समस्याएं भी शामिल हैं.यात्रियों ने सुरक्षा और मेडिकल इमर्जेंसी से जुड़ी 124 शिकायतें की हैं. पार्सल और लगेज छूटने से जुड़ी 211 शिकायतें, इलेक्ट्रिकल समस्या आदि से जुड़ी 202 शिकायतें, कोच में तकनीकी समस्याए से जुड़ी 153 शिकायतें और इंजीनियरिंग समस्या से जुड़ी 7 शिकायतें दर्ज कराई हैं.
Also Read: Prayagraj News: जेल के अंदर से रंगदारी मांग रहा अतीक का बेटा अली’, विधायक के भाई की शिकायत पर FIR
रेल मदद पोर्टल रेल यात्रियों को ऑनलाइन, ऐप या एसएमएस के माध्यम से शिकायत दर्ज करने या सुझाव देने में सक्षम बनाता है. शिकायतों की लाइव स्थिति को ट्रैक करने और समाधान के साथ उनकी संतुष्टि के आधार पर प्रतिक्रिया प्रदान करने की सुविधा प्रदान करता है. यह पोर्टल शिकायतों के त्वरित और संतोषजनक समाधान के साथ रेलवे यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए है. इसके लिए रेलवे ने एक अलग से वेबसाइट तैयार की है.
अपना वेब ब्राउज़र खोलें और https://railmadad.Indianrailways.gov.in यूआरएल दर्ज करके आधिकारिक “रेल मदद” पोर्टल पर जाए.
यदि आप एक नए उपयोगकर्ता हैं तो आपको अपनी बुनियादी जानकारी प्रदान करके और एक उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड बनाकर पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा. यदि आप पहले से पंजीकृत हैं, तो बस अपने क्रेडेंशियल्स (credentials)का उपयोग करके लॉग इन करें.
Also Read: Indian Railway : मूसलाधार बारिश के कारण लखनऊ से गुजरने वाली 17 ट्रेन रद्द , 8 ट्रेन शॉर्ट टर्मिनेटेड
लॉग इन करने के बाद आपको पोर्टल पर विकल्प दिखाई देंगे. “शिकायत दर्ज करें” का विकल्प खोजें. शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए इस विकल्प पर क्लिक करें. आपको अपनी शिकायत से संबंधित विवरण दर्ज करने के लिए कहा जाएगा. इसमें यात्रा की तारीख, ट्रेन नंबर, कोच नंबर, समस्या की प्रकृति, संपर्क विवरण आदि जानकारी देनी होगी. शिकायत का ब्यौरा इस तरह हो कि रेलवे के अधिकारियों को समस्या स्पष्ट रूप से समझने में मदद मिले.
एक बार जब आप सभी आवश्यक विवरण भर लें, तो एक बार चेक करें कि आपने जो ब्यौरा दिया है वह सी है. अपनी शिकायत की समीक्षा करें. अपनी शिकायत सबमिट करने के लिए “सबमिट करें” या “शिकायत दर्ज करें” बटन पर क्लिक करें.
सफल सबमिशन पर, आपको एक शिकायत संख्या प्राप्त होगी. यह नंबर भविष्य में आपकी शिकायत की स्थिति जानने के लिए महत्वपूर्ण होगा.
अपनी शिकायत की स्थिति को ट्रैक करने के लिए, पोर्टल के मुख्य पृष्ठ पर वापस जाएं. “शिकायत की स्थिति ट्रैक करें” का विकल्प देखें. इस पर क्लिक करें. अपनी शिकायत की वर्तमान स्थिति की जांच करने के लिए अपना शिकायत नंबर और अन्य मांगा गया विवरण दर्ज करें.
रेलवे अधिकारी उपलब्ध कराए गए विवरण के आधार पर आपकी शिकायत का समाधान करने पर काम करेंगे. यदि अतिरिक्त जानकारी की आवश्यकता है या यदि आपकी शिकायत पर अपडेट हैं, तो आपको पोर्टल या अन्य संचार चैनलों के माध्यम से सूचित किया जाएगा.
एक बार शिकायत का समाधान हो जाता है तो पोर्टल उसकी स्थिति बंद दर्शाएगा. समाधान प्रक्रिया और प्रदान की गई सेवा की गुणवत्ता पर प्रतिक्रिया देने के लिए भी कहा जा सकता है. यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि “रेल मदद” पोर्टल यात्रियों की समस्या को तुरंत और कुशलता से दूर करने के लिए एक सुव्यवस्थित मंच के रूप में कार्य करता है. इसे यात्रियों और भारतीय रेलवे के बीच संचार को सहज बनाने और अंततः यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है.