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International MSME Day: उद्यमियों को मिला 20 हजार करोड़ का ऋण, सीएम योगी ने किया प्लेज पार्क का उद्घाटन

International MSME Day: यूपी में 90 लाख से अधिक एमएसएमई इकाई हैं. इनमें लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. अंतर्राष्ट्रीय एमएसएमई दिवस पर ऋण वितरण, लाभार्थियों का सम्मान, टूल किट वितरण किया गया.

By Amit Yadav | June 27, 2024 7:18 PM

लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस (International MSME Day) के मौके पर गुरुवार को लोकभवन में बैंकों के माध्यम से 20 हजार करोड़ के ऋण वितरण का शुभारंभ किया. झांसी में रानी लक्ष्मीबाई प्लेज पार्क का उद्घाटन किया. साथ ही रेंजिंग एंड एक्सेलेरेटिंग एमएसएमई परफॉर्मेंस योजना (रैम्प) का शुभारंभ किया.

यूपी में 90 लाख एमएसएमई इकाईयां

सीएम योगी ने इस मौके पर कहा कि एमएसएमई दिवस (International MSME Day) पर 20 हजार करोड़ से अधिक के ऋण दिए जा रहे हैं. इसके साथ ही रेंजिंग एंड एक्सेलेरेटिंग एमएसएमई परफॉर्मेंस योजना (RAMP)के तहत बंद हो रही इकाइयों के उत्थान का काम किया गया है. प्रदेश में 90 लाख से अधिक एमएसएमई इकाई हैं. इनकी ब्रांडिंग, मार्केटिंग और शोकेसिंग में हमने लंबी छलांग लगाई है. झांसी का रानी लक्ष्मीबाई प्लेज पार्क प्रदेश का 11वां प्लेज पार्क है. निजी क्षेत्र में उद्यमियों के लिए ये प्लेज पार्क अत्यंत ही लाभकारी होते हैं.

सितंबर में होगा इंटरनेशनल ट्रेड शो

मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में आज निवेश का बेहतर वातावरण बना है. औद्योगिक वातावरण के लिए एमएसएमई भी आवश्यक होते हैं. प्रदेश में डिफेंस कॉरीडोर बन रहा है. इसमें अब तक 24 हजार करोड़ के निवेश को लागू कर लिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी सितंबर में इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन होने जा रहा है. पिछले साल 70 हजार बायर्स ट्रेड शो में आए थे. इसबार यह संख्या और बढ़ेगी. इंटरनेशनल ट्रेड शो के जरिए हमें अपने प्रदेश के प्रोडक्ट की बेहतरीन मार्केटिंग का अवसर मिलता है.

रोजगार देने के मामले यूपी नंबर वन

सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एमएसएमई की 90 लाख से अधिक इकाइयां मौजूद हैं. 2017 में प्रदेश देश की छठे नंबर की अर्थव्यवस्था थी, जो आज दूसरे स्थान पर आ गई है. रोजगार देने के मामले में यूपी आज पहले पायदान पर है. प्रदेश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में राज्य के एमएसएमई उद्यमियों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है. यूपी सौभाग्यशाली है कि यहां सैकड़ों साल से स्थानीय स्तर पर हस्तशिल्पी, कारीगर अपने उत्पादों का निर्माण करते रहे हैं. 2017 तक एमएसएमई उद्यमियों के बीच हताशा और निराशा थी. हमारा प्रदेश अर्थव्यवस्था और रोजगार में फिसड्डी था. कृषि के बाद एमएसएमई ही रोजगार सृजन का सबसे बड़ा क्षेत्र है. इसे ध्यान में रखते हुए 2017 के बाद से लगातार किये गये प्रयास के फलस्वरूप आज हमारा एमएसएमई उद्योग प्रदेश के विकास की रीढ़ बन चुका है.

उद्यमी बीमा में 24 लाख पंजीकरण

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार एमएसएमई उद्यमियों को मुख्यमंत्री उद्यमी बीमा का कवर देती है. इसमें अबतक 24 लाख से अधिक उद्यमियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. इसके अंतर्गत अगर किसी आपदा की चपेट में कोई उद्यमी आता है तो उसे 5 लाख रुपए तक का लाभ सरकार देगी. मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के अंतर्गत 5 लाख तक के ऋण को ब्याज मुक्त करने के लिए हमने कदम बढ़ाए हैं. आगामी 10 साल में 10 लाख सूक्ष्म उद्यमियों को इससे जोड़ने का लक्ष्य है. सीएम ने सभी उद्यमियों को अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सरकार हर स्तर पर अपने उद्यमियों के साथ खड़ी है.

विश्वकर्मा श्रम सम्मान के लाभार्थियों को दिए टूल किट

मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस पर विश्वकर्मा श्रम सम्मान के लाभार्थी सीतापुर के गुरदीप सिंह, लखनऊ की आकांक्षा गौतम, लखनऊ की रूबी देवी और गोरखपुर की माधुरी शर्मा को टूलकिट वितरित किया. लखनऊ के रंजीत, बाराबंकी के संजय कुमार, लखनऊ के कल्लू कुम्हार को सम्मानित किया गया. पुष्प कुमार सिंह, साधना सिंह, आलोक कुमार गुप्ता, अमित सिंह, देवेन्द्र कुमार मिश्रा, रमेश नारायण दुबे, मो. आदिल बेग को विभिन्न उद्यमों के लिए ऋण दिया गया. कार्यक्रम में एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, आईआईडीसी मनोज कुमार, प्रमुख सचिव आलोक कुमार आदि मौजूद थे.

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