लखनऊ. अब पूरे देश में यूपी जैसे जन आरोग्य मेले लगेंगे. योगी सरकार के इस अभियान को केंद्र सरकार मॉडल के रूप में लेकर पूरे देश में आयुष्मान मेला लगाएगी. इस मेले में आए रोगियों को तत्काल इलाज मिलता है और गंभीर रोगी बड़े अस्पतालों में रेफर किए जाते हैं. यूपी दौरे पर आए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा था कि स्वास्थ्य क्षेत्र में समृद्ध-स्वस्थ यूपी का सफल मॉडल अब पूरा देश लागू करेगा.
समाज के अंतिम पायदान पर बैठे लोगों को स्वास्थ्य सुविधायें एवं सेवायें उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फरवरी 2020 से मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का शुभारंभ किया था. प्रत्येक रविवार को लगने वाले इस मेले में अब तक पूरे प्रदेश के 12 करोड़ से अधिक मरीज लाभान्वित हुए. इसका लाभ जन-जन को मिला.
मेले के चौथे चरण का 62वां (कुल 106 वां) मेला 23 जुलाई 2023 को यूपी में आयोजित किया गया. स्वास्थ्य सुविधाओं, जांच-उपचार, गोल्डन कार्ड के वितरण के साथ ही स्वास्थ्य योजनाओं की उपलब्धता के कारण यह मेला आमजन के हित में रहा. इसे मरीजों ने काफी सराहा भी. इस मेले की सफलता को देखते हुए अब केंद्र सरकार भी पूरे देश में आयुष्मान मेला लगाने की तैयारी कर रही है.
फरवरी 2020 से 23 जुलाई तक हुए आरोग्य मेले में 120173552 मरीजों को लाभ मिला. इसमें से 222051 गंभीर रोगियों को उच्च केंद्रों पर भेजा गया. इस दौरान 1328155 गोल्डेन कार्ड बने. वहीं 23 जुलाई को लगे 106वें मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में सूबे के सभी 75 जनपदों में 1,48,152 रोगियों ने स्वास्थ्य जांच कराई. इसमें 60623 पुरुष, 61747 महिलाएं व 25782 बच्चे लाभान्वित हुए. गंभीर रोगों से ग्रसित 1052 मरीजों को उच्च चिकित्सालयों में भेजा गया. 5535 गोल्डेन कार्ड वितरित किये गये.इस मेले में फीवर के कुल 8545 केस आए, इसमें से 3403 रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट किये गये। 17 मरीजों में मलेरिया के लक्षण पाए गए. डेंगू के 982 टेस्ट में से भी किसी में भी यह लक्षण नहीं मिले