UP Politics : जयंत चौधरी के NDA में जाने की अटकलों पर अखिलेश यादव बोलें- उनसे नहीं हुई है मेरी बात
जयंत चौधरी के एनडीए में जाने की अटकलों पर अखिलेश यादव ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि इधर उनसे बात नहीं हुई हैं. जो बातें होनी हैं, वो सब अखबारों में छप रही हैं सबकुछ सामने ही है. अखिलेश यादव ने आगे कहा कि भाजपा सरकार और प्रशासन की विफलता से उत्तराखंड के हल्द्वानी में हिंसा भड़की है.
राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) प्रमुख जयंत चौधरी के नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस ( एनडीए) में जाने की अटकलों पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि इधर उनसे (जयंत चौधरी) बात नहीं हुई है. जो बातें होनी हैं, वो सब अखबारों में छप रही हैं सबकुछ सामने ही है. अखिलेश यादव ने आगे कहा कि भाजपा सरकार और प्रशासन की विफलता से उत्तराखंड के हल्द्वानी में हिंसा भड़की है. हल्द्वानी में जनता के साथ सरकार अन्याय कर रही है. हिंसा में हुई लोगों की मृत्यु हृदयविदारक है. उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही हिंसा पर काबू करे. साथ ही अखिलेश यादव ने पीड़ितों को मुआवजा देने की भी मांग की है. वहीं समाजवादी पार्टी के महासचिव शिवपाल यादव ने जयंत चौधरी के एनडीए में शामिल होने की चर्चा पर कहा कि जो छोटे-छोटे दल भाजपा में गए उनका हाल देख लीजिए. वे कहीं के नहीं रहे.
#WATCH लखनऊ (यूपी): RLD प्रमुख जयंत चौधरी के NDA में शामिल होने की चर्चा पर सपा महासचिव शिवपाल यादव ने कहा, "… जो छोटे-छोटे दल भाजपा में गए उनका हाल देख लीजिए। वे कहीं के नहीं रहे।" pic.twitter.com/CH9kZDp6FZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 10, 2024
वहीं सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को एक्स पर बयान में कहा है कि चुनावी मजबूरी के चलते भारत रत्न देना जरूरी हो गया है. मौर्य ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन व पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने का निर्णय सर्वथा उचित है. भले ही 2024 की चुनावी मजबूरी में दिया गया हो, पर वह उसका स्वागत करते हैं. अगर योग्यता, गरिमा व व्यक्तित्व के आधार पर ही सम्मान देना था तो इसके पहले भी भाजपा की चार बार की सरकार में क्यों नहीं दिया गया. चुनावी चलाचली की बेला में क्यों.