जीवा हत्याकांड: सीएम योगी घायल बच्ची को देखने ट्रामा सेंटर पहुंचे, सीने में फंसी गोली निकालने को होगा ऑपरेशन
लखनऊ में संजीव 'जीवा' हत्याकांड के दौरान फायरिंग में घायल डेढ़ वर्षीय बच्ची का ऑपरेशन किया जाएगा. मासूम के सीने में गोली फंसी हुई है, जिसको गुरुवार को डॉक्टर ऑपरेशन के जरिए निकालेंगे. इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने केजीएमयू के ट्रामा सेंटर पहुंचकर मासूम का हालचाल जाना और डॉक्टरों से बातचीत की.
Lucknow: लखनऊ कोर्ट परिसर में गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा हत्याकांड के दौरान गोली लगने से घायल मासूम का केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में इजाज जारी है. गुरुवार को उसका ऑपरेशन शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मासूम को देखने के लिए ट्रामा सेंटर पहुंचे. इस दौरान प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, कार्यवाहक डीजीपी विजय कुमार और स्पेशल डीजी आनंद कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अफसर उनके साथ मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्रामा सेंटर पहुंचकर घायल बच्ची की सेहत को लेकर डॉक्टरों से जानकारी की. उन्होंने मासूम के बेहतर इलाज को लेकर निर्देश दिए और परिजनों से भी बात की. उन्होंने मासूम को चाकलेट दी और दुलारा. इस दौरान चिकित्सकों ने सीएम योगी को मासूम का एक्सरे भी दिखाया. संजीव माहेश्वरी जीवा पर हमले के दौरान कोर्ट में अपनी मां के साथ मौजूद रही इस बच्ची की उम्र महज डेढ़ वर्ष है. मासूम की स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है.
फायरिंग में घायल बच्ची की एक्स-रे रिपोर्ट में उसे लगी गोली नजर आ रही है. बताया जा रहा है कि बच्ची के सीने में लगी गोली एक्स-रे में दिखाई दे रही है. डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बच्ची के अभी तक के इलाज और ऑपरेशन की जानकारी दी.
वारदात के दौरान घायल हुई बच्ची को केजीएमूय के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था. इसके बाद से ही चिकित्सक उसके इलाज पर नजर बनाए हुए हैं. कोर्ट में फायरिंग के दौरान मासूम बच्ची की मां नीलम भी घायल हुई थी. नीलम के घुटने के पीछे गोली लगी है, उसे भी आज निकाला जाएगा. चिकित्सकों के मुताबिक मां और मासूम बेटी दोनों की हालत स्थिर है. सीएम योगी आदित्यनाथ हमले में घायल पुलिसकर्मी कमलेश और लाल मोहम्मद से भी मिलने पहुंचे. दोनों के पैर में गोली लगी थी.
इससे पहले संजीव माहेश्वरी जीवा के कोर्ट में घुसते ही हत्यारे विजय ने फायरिंग शुरू कर दी, जिससे भगदड़ मच गई. इस दौरान एक केस के सिलसिले में बीकेटी निवासी नीलम भी अपनी डेढ़ साल की बेटी को लेकर पति और ससुर के साथ कोर्ट में आई थी. नीलम ने बेटी के सोने पर उसे जमीन पर लिटा दिया. तभी गोली चलने पर नीलम ने बेटी को बचाने के लिए जैसे ही उठाया, एक गोली उनके हाथ को चीरते हुए बेटी के पेट में जा लगी.
बीकेटी के भैंसामऊ गाजीपुर गांव निवासी जगदीश का एक साल पहले पड़ोसी वैजनाथ से रास्ते को लेकर विवाद हुआ था. बैजनाथ ने जगदीश और उनके बेटे सौरभ के खिलाफ केस दर्ज करवाया था. इसी मामले में बुधवार को कोर्ट में तारीख थी. जगदीश के साथ सौरभ और उसकी पत्नी नीलम डेढ़ वर्षीय बेटी लक्ष्मी को लेकर कोर्ट में आई थी. इसी दौरान मां और बेटी फायरिंग में घायल हो गए.