UP Election 2021: झांसी में अखिलेश यादव की ‘समाजवादी विजय यात्रा’, सपा सुप्रीमो बोले- ‘बाबा सब नौकरिया खा गए’
मंच से अखिलेश यादव ने कहा कि ‘रोजगार छीनने वाली, किसानों पर जीप चढ़ाने वाली, पेपर लीक करने वाली, अपराधियों को संरक्षण देने वाली’ बीजेपी सरकार का सफाया तय है. इस सरकार को यूपी की जनता भगाने के मूड में है.
UP Election 2021: उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव शुक्रवार को बुंदेलखंड के तीन दिनों के दौरे के आखिरी दिन झांसी पहुंचे. झांसी में ‘समाजवादी विजय यात्रा’ लेकर पहुंचे अखिलेश यादव ने केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार पर खूब जुबानी हमले किए. अखिलेश यादव ने एक बार फिर ‘किसानों में इंकलाब होगा, बाइस में बदलाव होगा’ का नारा दिया.
योगी सरकार को भगाने को जनता तैयार- सपा चीफ
अखिलेश यादव की समाजवादी विजय यात्रा में कार्यकर्ताओं को अजीब रंग-रूप में भी देखा गया. झांसी पहुंची अखिलेश यादव की समाजवादी विजय यात्रा को लेकर समर्थकों में काफी उत्साह दिखा. बड़ी संख्या में कार्यकर्ता परंपरागत ड्रेस में नजर आए. भीड़ से कोई लैपटॉप दिखा रहा तो कोई घोडे़ पर बैठकर अखिलेश यादव को सुनने आता दिखा. मंच से अखिलेश यादव ने कहा कि ‘रोजगार छीनने वाली, किसानों पर जीप चढ़ाने वाली, पेपर लीक करने वाली, अपराधियों को संरक्षण देने वाली’ बीजेपी सरकार का सफाया तय है. इस सरकार को यूपी की जनता भगाने के मूड में है.
‘बीजेपी ने किसानों को कुचलने का काम किया’
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि हमारी सरकार में माताओं-बहनों को पेंशन दी जा रही थी, जिसे बीजेपी सरकार में छीन लिया गया. किसान जब अपना हक मांगने के लिए निकले तो उन्हें जीप से कुचल दिया गया. ऐसा कभी देखने को नहीं मिला. केवल अंग्रेजों के जमाने में देखने को मिला था. जलियावाला बाग में आगे से गोली चलाई थी, भारतीयों को छलनी-छलनी कर दिया था. बीजेपी ने पीछे से जीप चढ़ा कर किसानों को कुचलने का काम किया.
सड़कों और खेतों में केवल बैल- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि दिल्ली और लखनऊ में बड़े-बड़े विज्ञापन लगाकर रोजगार देने के दावे किए जा रहे हैं. योगी बाबा ने सब नौकरिया और रोजगार छीन लिए. नौकरी और रोजगार नहीं दिखाई दे रहा है. सड़कों और खेतों में केवल बैल दिखाई दे रहा है. गरीबों की जेब से पैसा निकालकर अमीरों की तिजोरियों को भरने का काम हो रहा है इसीलिए डीजल-पेट्रोल महंगा है. महंगाई का हिसाब-किताब लगाओगे तो वो दुगनी हो गई है. कमाई आधी और महंगाई दुगनी तो बताओ खुशहाली कैसे आएगी?