उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां सीएमओ कार्यालय में तैनात एक कनिष्ठ लिपिक ने करवाचौथ का हवाला देते हुए पत्नी की सेवा करने के नाम पर एक दिन का आकस्मिक अवकाश मांगा. यह लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो चर्चाओं में आ गया. सोशल मीडिया यूजर्स इसको लेकर चुटकी लेते नजर आ रहे हैं. सीएमओ कार्यालय में तैनात कनिष्ठ लिपिक ने लेटर में लिखा कि सीएमओ साहब महान धर्म पत्नी की लंबी आयु के लिए मुझे भी करवा चौथ व्रत रखना है. सुबह से पत्नी की सेवा करनी है. घर में आने वाली सुख-शांति व खुशहाली का हवाला देते खुद के लिए करवा चौथ पर एक दिन के आकस्मिक अवकाश की गुहार लगाई है. वहीं सीएमओ ने कनिष्ठ लिपिक का अवकाश स्वीकृत करने के साथ ही प्रार्थना पत्र के मजमून की भाषा को लेकर स्पष्टीकरण तलब कर लिया हैं.
सीएमओ कार्यालय में बतौर कनिष्ठ लिपिक तैनात कर्मचारी राजकुमार ने मंगलवार को करवा चौथ पर्व पर एक दिन के आकस्मिक अवकाश के लिए अपना आवेदन पोर्टल पर अपलोड किया था. लेटर में लिखा कि “करवा चौथ पर प्रात:काल से अपनी पत्नी की सेवा करनी है. जिसके कारण घर में सुख-शांति और खुशहाली आती है. उस महान धर्मपत्नी की लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखना है. इस कारण से मैं आज ऑफिस आने में असमर्थ हूं. महोदय मुझे एक दिन अवकाश देने का कष्ट करें. जब बुधवार को लेटर की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो स्वास्थ्य अफसरों के बीच भी खलबली मच गई. प्रार्थना पत्र की भाषा शैली पर हर कोई ठहाके लगाता नजर आया. वहीं आम लोगों के बीच तक पहुंचा ये पत्र हर किसी के बीच चर्चाओं में रहा. इस बीच सीएमओ स्तर से कनिष्ठ लिपिक का अवकाश तो स्वीकृत कर दिया गया लेकिन साथ ही पत्र की भाषा शैली को लेकर उनसे स्पष्टीकरण भी तलब कर लिया गया. फिलहाल पूरा मामला विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ ही आम लोगों के बीच चर्चा का विषय बना है.
इस बाबत सीएमओ डा. सत्यपाल सिंह ने बताया कि कनिष्ठ लिपिक राजकुमार ने पोर्टल पर आवेदन कर उनसे अवकाश तो लिया है, मगर उसमें करवा चौथ का जिक्र नहीं है. मगर उनका हस्ताक्षरित अवकाश संबंधी एक अन्य पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. उसमें करवा चौथ का व्रत रखने व पत्नी की सेवा करने की बात लिखी गई है. हालांकि प्रथम दृष्टया जांच में पता चला है कि कर्मचारी के प्रार्थना पत्र की भाषा में जानबूझकर किसी अन्य व्यक्ति ने छेड़छाड़ कर बदला है. जांच में इस बाबत पुष्टि होने पर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
Also Read: वाराणसी: देव दिपावली पर गंगा में नहीं चलेंगी छोटी व चप्पू वाली नावें, काशी आने का है प्लान तो पढ़ें नए नियममेरठ के जानीखुर्द क्षेत्र में एक गांव की महिला पति के साथ करवा चौथ की शॉपिंग करने के बाद उससे चकमा देकर उसके जीजा के साथ फरार हो गई. पत्नी अपने 16 माह के बेटे को भी अपने साथ ले गई है. पति घर से फरार अपनी पत्नी को वापस लाने के लिए पुलिस के चक्कर काट रहा है. परेशान पति बुधवार को फरार पत्नी के वापसी के लिए अपनी बहन के साथ एसपी देहात से मिला. पति के अनुसार तीन दिन पूर्व वह अपनी पत्नी के साथ करवा चौथ की शॉपिंग करने के लिए मेरठ आया था. वापसी में पत्नी उसे झांसा देकर 16 माह के उसके पुत्र के साथ फरार हो गई. तलाश के दौरान उससे मालूम पड़ा कि पत्नी अपने जीजा के साथ फरार हुई है, जिसके साथ उसका काफी दिनों से प्रेम-प्रसंग चल रहा था.
अपनी पत्नी की बेवफाई से परेशान पति ने उसकी शिकायत जानी थाने में की. पति का आरोप है कि पुलिस ने उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की. पति के अनुसार वह आज तक पत्नी की लंबी उम्र और खुशहाली के लिए करवाचौथ पर खुद भी पत्नी के साथ व्रत रखता था. वह अब भी व्रत रखेगा लेकिन इस प्रार्थना के साथ कि उन्हें उसके किए की सजा मिले. वहीं एसपी देहात ने जानी थाना पुलिस को फरार पत्नी को बरामद करने के आदेश दिया है. वहीं जानी थानाध्यक्ष प्रजंत त्यागी के अनुसार पुलिस फरार पत्नी को बरामद करने का प्रयास कर रही है.