Rail Roko Andolan LIVE: रेल रोको अभियान का इस किसान संगठन ने किया बहिष्कार, देशभर में किसानों का प्रदर्शन जारी
kisan Rail Roko Andolan Live Updates: लखीमपुर हिंसा के बाद देशभर में किसानों का रेल रोको आंदोलन जारी है. रेलवे के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दिल्ली एनसीआर में कई ट्रेनें प्रभावित है. राकेश टिकैत ने गृह राज्य मंत्री का इस्तीफा मांंगा है. वहीं, बरेली में पुलिस ने किसान नेताओं को हिरासत में लिया है.
मुख्य बातें
kisan Rail Roko Andolan Live Updates: लखीमपुर हिंसा के बाद देशभर में किसानों का रेल रोको आंदोलन जारी है. रेलवे के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दिल्ली एनसीआर में कई ट्रेनें प्रभावित है. राकेश टिकैत ने गृह राज्य मंत्री का इस्तीफा मांंगा है. वहीं, बरेली में पुलिस ने किसान नेताओं को हिरासत में लिया है.
लाइव अपडेट
बरेली में पुलिस हिरासत में किसान नेता
किसानों का रेल रोको आंदोलन बरेली में सफल नहीं हो पाया. बरेली जंक्शन पर रेल रोकने जा रहे किसानों को पुलिस ने चौपला पुल से हिरासत में ले लिया. किसानों ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
किसानों का आह्वान
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन में संयुक्त किसान मोर्चा ने आज देशभर में रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया है. एलआईयू के अधिकारी सिविल पुलिस के लगातार संपर्क में है. कमिश्नर के निर्देश का पालन करते हुए वह छोटी-छोटी घटना भी थानेदारों तक पहुंचा रहे है.
भाकियू भानु गुट ने किया बहिष्कार
भारतीय किसान यूनियन भानु के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी डॉ प्रवीण कुमार ने प्रभात खबर को बताया कि भारतीय किसान यूनियन भानु, संयुक्त किसान मोर्चा के आज रेल रोके अभियान में भाग नहीं लेगी.
पुलिस ने लिया हिरासत में
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रेल रोको कार्यक्रम के तहत आलम नगर रेलवे स्टेशन के बाहर ही संदीप पांडे, राजीव यादव, रविंद्र, रानी सिद्दिकी, रिज़वाना, जनक दुलारी, अजय, आदिल खान, वीरेंदर गुप्ता, अमित मौर्या, गौरव सिंह, बबलू गौतम, बान्के लाल यादव को हिरासत में लेकर इको गार्डन ले जाया गया.
वाराणसी में रेलवे पुलिस अलर्ट पर
रेल रोको आंदोलन को लेकर वाराणसी पुलिस अलर्ट सुजाबाद बाद रेलवे ट्रैक पर किसान आंदोलन की दृष्टि से रामनगर एसएचओ अश्वनी पांडे पुलिस के साथ अलर्ट पर हैं. शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक पुलिस की मुस्तैदी की गई है.
आगरा में पुलिस की तैनाती
ताजनगरी आगर में किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन का असर दिखाई नहीं दिया. हांलाकि किसान संगठनों के ऐलान के बाद से आरपीएफ, जीआरपी और सिविल पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे . इसी के तहत आगरा छावनी, राजा की मंडी रेलवे स्टेशन समेत कई स्टेशनों पर आरपीएफ गश्त करती नजर आई. एसपी(रेलवे) मोहम्मद मुस्ताक के मुताबिक आगरा छावनी स्टेशन, स्टेशन एरिया, गेटों, संभावित स्थानों पर आवश्यक बंदोबस्त दस्ता तैनात किया गया। आगरा छावनी, राजा की मंडी, भंड़ाई, फरह, बिल्लोचपुरा, कीठम, रूनकता स्टेशनों पर अतिरिक्त संख्या में स्टाफ तैनात कर लगातार पेट्रोलिंग करवाई जा रही है.
सपा के सचिव नजरबंद
रेल रोको अभियान को देखते हुए सपा के राष्ट्रीय सचिव और सैयदराजा से पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्ल्यु को उनके सैयदराजा स्थित आवास पर नजरबंद कर दिया गया है. सैयदराजा थानाध्यक्ष उदय प्रताप सिंह पुलिस फोर्स के साथ पूर्व विधायक के घर पहुंचे और शासन की मंशा से अवगत कराया. साथ ही उनके आवास पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई
कई ट्रेनें प्रभावित
देश भर में कई जगहों पर किसानों ने लखीमपुर हिंसा के बाद सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है. नॉर्दन रेलवे ने मीडिया को बताया कि किसानों के हल्लाबोल से करीब 30 जगहों पर प्रभावित हैं.
मोदीनगर में पुलिस बलों की तैनाती
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों का रेल रोको आंदोलन जारी है. गाजियाबाद के मोदीनगर में किसान रोकेंगे रेल, जिसके चलते पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड़ पर है. वहीं मोदीनगर में रेलवे स्टेशन पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है. किसानो को 10 बजे पहुंचना था, लेकिन किसान अभी नही पहुंचे है.
लखनऊ पुलिस की चेतावनी
किसान के रेल रोको आह्वान के बीच यूपी पुलिस ने चेतावनी दी है कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ रासुका लगाया जाएगा. लखीमपुर हिंसा के बाद किसानों ने यूपी सहित पूरे देश में रेल रोको का आह्वान किया है. लखीमपुर में 3 अक्टूबर को एक हिंसा में चार किसानों की मौत हो गई थी.
लखनऊ में लागू है धारा 144
समाचार एजेंसी एएनआई ने लखनऊ पुलिस के हवाले से बताया है कि किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने वालों लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी. लखनऊ में सीआरपीसी की धारा 144 लगाई गई है, अगर कोई सामान्य स्थिति को बाधित करने की कोशिश करता है तो उस पर एनएसए (NSA) लगाया जाएगा.
राकेश टिकैत का बयान
वहीं भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने बताया कि ये अलग-अलग जिलों में अलग-अलग जगह होगा. पूरे देश में वहां के लोगों को पता रहता है कि हमें कहां ट्रेन रोकनी है. भारत सरकार ने अभी हमसे कोई बात नहीं की है. इससे पहले किसान मोर्चा ने बयान जारी कर कहा था कि रेल रोको अभियान शांतिपूर्ण तरीके से चलाया जाएगा.
किसान संगठनों ने किया है आह्वान
बताते चलें कि लखीमपुर हिंसा के बाद किसान संगठन अरदास के दिन सरकार के खिलाफ हल्लाबोल करते हुए रेल रोको और 26 अक्टूबर को लखनऊ में महापंचायत का ऐलान किया था.