UP Chunav 2022: बड़ौत में रालोद को 2012 और 2017 में मिली हार, इस बार वापसी करेंगे जयंत चौधरी?
बागपत जिले में बड़ौत विधानसभा सीट है. यहां 2017 और 2012 में रालोद को हार का सामना करना पड़ा था. यहीं से चुनावी जीत हासिल कर किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह प्रधानमंत्री बने थे.
UP Chunav 2022: पश्चिमी यूपी का बागपत वो नाम है, जो पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि रही है. यहीं से चुनावी जीत हासिल कर किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह प्रधानमंत्री बने थे. बागपत जिले में बड़ौत विधानसभा सीट है. यहां 2017 और 2012 में रालोद को हार का सामना करना पड़ा था. बड़ौत सीट पर पहले चरण में 10 फरवरी को मतदान होगा. नतीजों का ऐलान 10 मार्च को होगा.
बड़ौत विधानसभा का सियासी इतिहास
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2017 में बड़ौत से बीजेपी के केपी मलिक ने जीत दर्ज की थी.
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2017 में आरएलडी से साहब सिंह दूसरे नंबर पर रहे थे.
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सपा के शोकेंद्र और बसपा के लोकेश दीक्षित तीसरे और चौथे नंबर पर थे.
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यह सीट 2008 के परिसीमन के बाद दूसरी बार अस्तित्व में आई.
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यहां 2012 में बीजेपी के कैंडिडेट ने जीत दर्ज की थी.
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बड़ौत सीट से 2017 में बसपा के उम्मीदवार को जीत मिली थी.
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बड़ौत विधानसभा के मौजूदा विधायक
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2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कृष्णपाल मलिक ने 26,486 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी.
बड़ौत विधानसभा के जातिगत समीकरण
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यहां जाट, गुर्जर, त्यागी, राजपूत, मुस्लिम और दलित मतदाताओं का प्रभाव है.
बड़ौत विधानसभा में कितने मतदाता
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कुल मतदाता- 3,00,815
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पुरुष- 1,65,804
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महिला- 1,34,998
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थर्ड जेंडर- 13
बड़ौत विधानसभा की जनता के मुद्दे
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बड़ौत से पूरे भारत में रिम-धुरे की सप्लाई होती थी.
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पहले करीब सौ रिम-धुरे बनाने की फैक्ट्री थी.
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वर्तमान में करीब 50 यूनिट ही चालू हैं.
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अधिकांश फैक्ट्री मंदी की मार झेल रही हैं.