Barabanki Assembly Chunav: 2012 में बसपा का था कब्जा, 2017 में खिला कमल, 2022 में किसका होगा राज?

बाराबंकी के कुर्सी विधानसभा सीट का बड़ा ही महत्व है. 2017 में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार शकेंद्र प्रताप वर्मा ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार फरीद किदवई को 28,679 मतों के अंतर से हराया था.

By Prabhat Khabar News Desk | January 31, 2022 5:51 PM

Barabanki kursi vidhan sabha Chunav: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के कुर्सी विधानसभा सीट का बड़ा ही महत्व है. इस क्षेत्र का 2012 में परिसीमन के बाद नाम बदलकर कुर्सी किया गया. साल 2002 में भाजपा पहली बार इस सीट पर जीती थी. साल 2007 में बसपा का कब्जा रहा था. वहीं 2017 में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार शकेंद्र प्रताप वर्मा ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार फरीद किदवई को 28,679 मतों के अंतर से हराया था.

कुर्सी का सियासी इतिहास

  • 2017- सकेंद्र प्रताप वर्मा- भाजपा

  • 2012-फरीद महफूज किदवई- सपा

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कुर्सी में मौजूदा विधायक

कुर्सी विधानसभा सीट में साल 2017 में भारतीय जनता पार्टी से सकेंद्र प्रताप वर्मा ने समाजवादी पार्टी के फरीद महफूज किदवई को हराया था. उन्होंने फरीद महफूज को 28679 वोटों के मार्जिन से हराया था.

कुर्सी के जातिगत समीकरण

  • वर्मा -71 हजार

  • रावत- 68 हजार

  • मुस्लिम- 59 हजार

  • यादव- 51 हजार

  • गौतम- 45 हजार

  • ब्राह्मण – 40 हजार

  • दलित – 10 हजार

  • अन्य- 38 हजार

कुर्सी सीट पर मतदाता

  • कुल मतदाता 384241

  • पुरुष मतदाता 205556

  • महिला मतदाता 178685

कुर्सी की जनता के मुद्दे

  • औद्योगिक क्षेत्र की बदहाली.

  • सिंचाई को लेकर कल्यानी नदी की समस्या.

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