UP Chunav 2022: बुलंदशहर के स्याना में हर चुनाव का रहा चौंकाने वाला रिजल्ट, इस बार क्या होंगे नतीजे?
1952 में 1957 तक स्याना विधानसभा क्षेत्र नहीं था. 1962 में पहली बार स्याना विधानसभा बनी और प्रांतीय सोशलिस्ट पार्टी के मुमताज मोहम्मद खान जीते. स्याना सीट पर गुरुवार 10 फरवरी को वोट होने वाले हैं.
UP Chunav 2022: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में विधानसभा की सात सीट हैं. इनमें सिकंदराबाद, बुलंदशहर, स्याना, अनूपशहर, शिकारपुर, डिबाई और खुर्जा सीट शामिल हैं. इस जिले में हर चुनाव के नतीजे चौंकाने वाले होते हैं. स्याना विधानसभा सीट पर गुरुवार 10 फरवरी को वोट होने वाले हैं.
स्याना सीट का सियासी इतिहास
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1952 में 1957 तक स्याना विधानसभा क्षेत्र नहीं था.
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1962 में पहली बार स्याना विधानसभा बनी और प्रांतीय सोशलिस्ट पार्टी के मुमताज मोहम्मद खान जीते.
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1967 में स्वामी नेमपाल सिंह, 1969 और 1974 में मुमताज मोहम्मद खान कांग्रेस के टिकट पर जीते.
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छत्रपाल सिंह जेएनपी (एससी) से 1980 में विधायक बने.
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1985 और 1989 में इम्तियाज मोहम्मद खान विधायक चुने गए.
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1991, 1993 में बीजेपी के वासुदेव सिंह और 1996 में कांग्रेस के राकेश त्यागी ने चुनाव जीता.
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2002 और 2007 में राष्ट्रीय क्रांति और भाजपा से सुंदर सिंह ने जीत दर्ज की.
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2012 में कांग्रेस से दिलनवाज विधायक बनने में सफल हुए.
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2017 में भाजपा के टिकट पर देवेंद्र सिंह लोधी जीत दर्ज करने में सफल हुए.
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स्याना सीट के मौजूदा विधायक
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2017 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र ने 71 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से चुनाव जीता है.
स्याना में जातिगत समीकरण
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मुस्लिम, दलित मतदाताओं की संख्या अधिक है.
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धामण, जाट, ठाकुर और वैश्य- 15 से 22 फीसदी
स्याना में मतदाताओं की संख्या
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कुल मतदाता- 3,84,805
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पुरुष- 2,03,055
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महिला- 1,81,742
स्याना की जनता के चुनावी मुद्दे
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2019 में गोकशी की घटना के बाद हुई हिंसा.