Etah Assembly Chunav: जलेसर की घंटियों की देशभर में डिमांड, रोजगार के लिए युवा कर रहे पलायन
यहां 17 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं पर बसपा यहां खाता भी नहीं खोल पाई है. जलेसर विधानसभा सीट पर 20 फरवरी को मतदान होना है.
Etah Jalesar Seat Vidhan Sabha Chunav: जलेसर में प्राचीन काल में जरासंध की चौकी हुआ करती थी, जो आज भी खंडहर के रूप में मौजूद है. इसे घंगरू नगर के नाम से भी जाना जाता है. यहां पर पीतल धातु, हस्तशिल्प कारोबार पुराना है. यहां के बने पीतल के घंटे देश- विदेश के मंदिरों में हैं. जलेसर विधानसभा सीट सुरक्षित है. यहां 17 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं पर बसपा यहां खाता भी नहीं खोल पाई है. जलेसर विधानसभा सीट पर 20 फरवरी को मतदान होना है.
जलेसर विधानसभा का सियासी इतिहास
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2017- संजीव कुमार दिवाकर- भाजपा
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2012- रंजीत सुमन- सपा
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2007- कुवेर सिंह- भाजपा
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2002- अनार सिंह दिवाकर- सपा
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1996- मिथिलेश कुमारी- भाजपा
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1993- रघुवीर सिंह- सपा
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1991, 1989- माधव- भाजपा
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1985- प्रेम पाल सिंह- कांग्रेस
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जलेसर विधानसभा के मौजूदा विधायक
जलेसर सीट से 2017 में बीजेपी के संजीव कुमार दिवाकर ने चुनाव जीता था. संजीव कुमार दिवाकर का जन्म 7 मई 1978 को हुआ था. संजीव दिवाकर ने स्नातक जलेसर डिग्री कॉलेज से की है. चुनाव से पहले संजीव दिवाकर खेती करते थे. वो जलेसर में ही पीतल के व्यापारी भी थे.
जलेरस सीट के जातिगत समीकरण
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जलेसर में दलित और यादव मतदाता अधिक संख्या में हैं.
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राजपूत, मुस्लिम और लोधी मतदाता निर्णायक स्थिति में हैं.
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बघेल, कश्यप, वैश्य, ब्राह्मण वोटर्स की भी अच्छी संख्या है.
जलेसर विधानसभा में मतदाता
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कुल मतदाता- 2,96,405
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पुरुष- 1,59,817
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महिला- 1,36,576
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अन्य- 12
जलेसर विधानसभा की जनता के मुद्दे
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खस्ताहाल सड़कों से लोग परेशान हैं.
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चिकित्सा सुविधाओं का अभाव है.
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लोग खारे पानी की समस्या से जूझते हैं.