Kanpur Dehat Assembly Chunav: हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक रसूलाबाद, 2017 में इस प्रत्याशी को मिली जीत

कानपुर देहात जिले में रसूलाबाद विधानसभा सीट आती है. हजरत गुल पीर शाह रहमतुल्ला अलेह की दरगाह रसूलाबाद में हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है. यहां हर साल उर्स मनाया जाता है. इस सीट पर साल 2017 में भाजपा से निर्मला शंखवार ने जीत हासिल की थी.

By Prabhat Khabar News Desk | January 29, 2022 11:41 AM
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Kanpur Dehat Rasulabad Vidhan Sabha Chunav: कानपुर देहात जिले में रसूलाबाद विधानसभा सीट आती है. हजरत गुल पीर शाह रहमतुल्ला अलेह की दरगाह रसूलाबाद में हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है. यहां हर साल उर्स मनाया जाता है. यहां पर हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक धनगर बाबा का मंदिर भी है. रसूलाबाद कस्बा में स्थित शिव मंदिर धर्मगढ़ बाबा के नाम से विख्यात है, जहां लोगों की मनोकामना पूर्ण होती है.

मान्यता है कि इस मंदिर में मत्था टेकने वाले प्रत्येक भक्त की मनोकामना पूरी होती है. सावन के महीने में मंदिर रोशनी से जगमगाता है. मंदिर में स्थापित शिव की प्रतिमा से एक अद्भुत प्रकाश ज्योति लोगों को आकर्षित करती है. इस मंदिर की खास विशेषता यह है कि मंदिर को हिंदू-मुस्लिम भाई आस्था का प्रतीक मानते हैं. थाना परिसर में बने मंदिर से सटी मजार पर हिंदू चादर चढ़ाते हैं तो मुस्लिम मंदिर में दर्शन करते हैं. इस सीट पर 20 फरवरी को मतदान होना है.

रसूलाबाद का सियासी इतिहास

  • 2017- निर्मला शंखवार- भाजपा

  • 2012- शिव कुमार बेरिया- सपा

रसूलाबाद की मौजूदा विधायक

  • 2017 में मोदी लहर में बसपा से भाजपा में आई निर्मला संखवार विधायक बनी थीं.

जातिगत आंकड़े (अनुमानित)

  • मुस्लिम- 20 हजार

  • अनुसूचित जातियां- 1.10 हजार

  • ब्राह्मण- 27 हजार

  • लोधी- 60 हजार

  • क्षत्रिय- 25 हजार

  • यादव- 25 हजार

  • पाल- 22 हजार

रसूलाबाद विधानसभा में मतदाता

  • कुल मतदाता- 2,71,763

  • पुरुष- 1,60,340

  • महिला- 1,11,423

रसूलाबाद विधानसभा के मुद्दे

  • गांवों में सड़क और बिजली की समस्या.

  • युवाओं के लिए रोजगार के साधन नहीं.

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