Kasganj Assembly Chunav: कांग्रेस के गढ़ में लहराने लगा भगवा, SP भी BJP को देती है टक्कर
1993 में पूर्व सीएम और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल स्व. कल्याण सिंह कासगंज विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते थे.
Kasganj Seat Vidhan Sabha Chunav: कासगंज की सदर विधानसभा सीट शुरुआती दौर में कांग्रेस का गढ़ रही है. बाद में जनसंघ और बीजेपी के गढ़ में तब्दील हो गई. 1993 में पूर्व सीएम और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल स्व. कल्याण सिंह कासगंज विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते थे. बाद में उन्होंने अतरौली विधानसभा सीट अपने पास रखी थी. यहां से 2009 में कल्याण सिंह सांसद बने. अभी उनके बेटे राजवीर सिंह भाजपा सांसद हैं. यहां 20 फरवरी को मतदान हैं.
कासगंज सीट का सियासी इतिहास
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2017- देवेंद्र सिंह राजपूत- भाजपा
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2012- मान पाल सिंह- सपा
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2007- हसरतुल्ला- बसपा
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2002- मनपाल सिंह- सपा
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1996- नेतराम सिंह- भाजपा
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1993- कल्याण सिंह- भाजपा
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1991- नेतराम सिंह- भाजपा
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1989- गोवर्धन सिंह- जेडी
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1985- मनपाल सिंह- कांग्रेस
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1980- मनपाल सिंह एडवोकेट- इंक (आई)
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1977- मनपाल सिंह- जेएनपी
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कासगंज सीट के मौजूदा विधायक
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कासगंज के विधायक देवेंद्र सिंह राजपूत 51 साल के हैं. उनका जन्म नगला भंडारी में हुआ था. वो 11वीं कक्षा तक पढ़े हैं.
जातिगत आंकड़े (अनुमानित)
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कासगंज विधानसभा सीट पर 25 फीसदी लोधी राजपूत हैं.
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12 फीसदी मुस्लिम, 12 फीसदी ठाकुर, 10 फीसदी ब्राह्मण हैं.
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8 फीसदी शाक्य, 8 फीसदी जाटव, 5 फीसदी यादव वोटर्स हैं.
कासगंज विधानसभा में मतदाता
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कुल मतदाता- 3,63,497
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पुरुष- 1,93,691
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महिला- 1,69,797
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अन्य- 9
कासगंज सीट की जनता के मुद्दे
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इलाके में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं.
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कोई भी मेडिकल कॉलेज नहीं है.
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युवाओं को पलायन करना पड़ता है.