UP Chunav 2022: मऊ जिले की घोसी सीट पर कई चुनाव हुए, आज तक समस्याओं का समाधान नहीं हुआ
शुरू में घोसी सीट पर वामपंथी राजनीति का प्रभाव था. यहां पर मुस्लिम और अनुसूचित जाति के वोटर्स का वर्चस्व है. यादव, राजभर और चौहान भी खास भूमिका निभाते हैं.
UP Chunav 2022: उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में घोसी विधानसभा सीट है. यहां हर चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलता है. शुरू में घोसी सीट पर वामपंथी राजनीति का प्रभाव था. यहां पर मुस्लिम और अनुसूचित जाति के वोटर्स का वर्चस्व है. यादव, राजभर और चौहान भी खास भूमिका निभाते हैं. घोसी विधानसभा सीट पर 7 मार्च को मतदान होने वाले हैं. नतीजे का ऐलान 10 मार्च को किया जाएगा.
घोसी सीट का सियासी इतिहास
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2017 के चुनाव में भाजपा के टिकट से फागू चौहान जीते थे.
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1985, 1991, 1996, 2002 और 2007 में भी फागू चौहान जीते थे.
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फागू चौहान के बिहार के राज्यपाल बनने पर 2019 में उपचुनाव हुए.
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2019 के उपचुनाव में बीजेपी के विजय राजभर को जीत मिली थी.
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घोसी सीट के मौजूदा विधायक
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घोसी सीट से 2019 के उपचुनाव में बीजेपी के विजय राजभर को जीत मिली थी.
घोसी सीट पर जातिगत समीकरण
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मुस्लिम- 85 हजार
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अनुसूचित जातियां- 70 हजार
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यादव- 56 हजार
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राजभर- 52 हजार
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चौहान- 46 हजार
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ब्राह्मण- 8 हजार
घोसी सीट पर मतदाताओं की संख्या
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कुल मतदाता- 4,36,763
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पुरुष- 2,34,126
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महिला- 2,02,639
घोसी के मतदाताओं से जुड़े मुद्दे
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कछार क्षेत्र में छोटी सरयू से प्रतिवर्ष होने वाला नुकसान.
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रोजगार, स्वास्थ्य सुविधा और शिक्षा की उचित व्यवस्था हो.