UP Chunav 2022: मधुबन सीट का आजादी से रहा खास कनेक्शन, कभी भी एक दल का नहीं रहा दबदबा
स्वतंत्रता प्राप्ति के साथ नत्थुपुर विधानसभा के नाम से सबसे पहले इसी विधानसभा क्षेत्र को बनाया गया. इसका नाम बाद में मधुबन विधानसभा कर दिया गया.
UP Chunav 2022: मधुबन में भारत छोड़ो आंदोलन के समय 1942 में आजादी के दीवानों ने थाने पर तिरंगा लहराया था. स्वतंत्रता प्राप्ति के साथ नत्थुपुर विधानसभा के नाम से सबसे पहले इसी विधानसभा क्षेत्र को बनाया गया. इसका नाम बाद में मधुबन विधानसभा कर दिया गया. कई चुनावों तक स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को ही अपनी पलकों पर बिठाए रखा. इस सीट पर 7 मार्च को मतदान होगा.
मधुबन सीट का सियासी इतिहास
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1985 में जनता पार्टी को मिली जीत.
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1989 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की.
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1991 में भी कांग्रेस पार्टी को मिली जीत.
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1996 में समाजवादी पार्टी को जीत मिली.
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2012 में मधुबन सीट का परिसीमन हुआ.
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चुनाव में 2002, 2007 और 2012 में बसपा को जीत मिली.
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2017 में बीजेपी के दारा सिंह चौहान ने जीत हासिल की.
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मधुबन सीट के मौजूदा विधायक
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2017 में बीजेपी के टिकट पर दारा सिंह चौहान जीतने में सफल हुए थे.
मधुबन सीट का जातिगत समीकरण
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यादव- 80 हजार
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अनुसूचित जातियां- 70 हजार
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राजभर- 25 हजार
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चौहान- 24 हजार
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मुस्लिम- 22 हजार
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ब्राह्मण- 16 हजार
मधुबन में मतदाताओं की संख्या
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कुल मतदाता- 3,92,392
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पुरुष- 2,10,818
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महिला- 1,81,534
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थर्ड जेंडर- 41
मधुबन के मतदाताओं के मुद्दे
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बरसात के दिनों में बाढ़ तबाही मचाती है.
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घाघरा नदी की कटान से लोगों को निजात नहीं मिली.
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इलाके में बिजली और सड़कों का अभाव.
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युवाओं के पास रोजगार के साधन नहीं.