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shahjahanpur Assembly Chunav: ददरौल में सबसे ज्यादा उद्योग, इसके बावजूद कई इलाके विकास से रहे अछूता

शाहजहांपुर की ददरौल विधानसभा सीट का स्वतंत्र अस्तित्व नहीं था. कभी कांग्रेस गढ़ कहीं जाने वाली इस विधानसभा में भाजपा ने 2017 के चुनाव में पहली बार परचम लहराया है. इस सीट पर 14 फरवरी को मतदान होना है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 28, 2022 6:10 PM

Shahjahanpur Dadraul Vidhan Sabha Chunav: शाहजहांपुर की ददरौल विधानसभा सीट का स्वतंत्र अस्तित्व नहीं था. इसे शाहजहांपुर विधानसभा का ही हिस्सा कहा जाता था. लेकिन, 1967 में हुए परिसीमन के बाद यह विधानसभा सीट अस्तित्व में आई. ददरौल विधानसभा का अधिकांश हिस्सा औद्योगिक क्षेत्र के अंतर्गत आता है. शाहजहांपुर जिले की अधिकतर बड़ी औद्योगिक इकाइयां इस विधानसभा में स्थापित हैं. इस विधानसभा में जिले के सबसे ज्यादा उद्योग स्थापित हैं. यहां रिलायंस का 1200 मेगावाट का पॉवर प्लांट लगा हुआ है. इसके साथ ही इस विधानसभा क्षेत्र के पिपरोला में यूरिया खाद बनाने का एक बहुत बड़ा कारखाना है. कभी कांग्रेस गढ़ कहीं जाने वाली इस विधानसभा में भाजपा ने 2017 के चुनाव में पहली बार परचम लहराया है. इस सीट पर 14 फरवरी को मतदान होना है.

ददरौल विधानसभा सीट का इतिहास

  • 1967, 1969- राममूर्ति सिंह अंचल- कांग्रेस

  • 1974- गिरजाशंकर मिश्र- निर्दलीय

  • 1977- मंसूर अली- निर्दलीय

  • 1980- नाजिर अली- नाजिर अली

  • 1985, 1989- रामऔतार मिश्र- कांग्रेस

  • 1991- देवेंद्र पाल सिंह- जनता दल

  • 1993, 1996- रामऔतार मिश्र- कांग्रेस

  • 2002, 2007- अवधेश कुमार वर्मा- बसपा

  • 2012- राममूर्ति सिंह वर्मा- सपा

  • 2017- मानवेंद्र सिंह- भाजपा

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ददरौल सीट से मौजूदा विधायक

  • 2017 में मानवेंद्र सिंह ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीता था. उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई की है.

जातिवार आंकड़े (संभावित)

  • किसान/लोध- 85 हजार

  • ठाकुर- 71 हजार

  • मुस्लिम- 70 हजार

  • दलित- 55 हजार

  • ब्राह्मण- 45 हजार

  • यादव- 40 हजार

  • कश्यप- 11 हजार

ददरौल विधानसभा सीट के मतदाता

  • कुल मतदाता- 3,55,440

  • पुरुष- 1,93,271

  • महिला- 1,62,115

  • थर्ड- 54

ददरौल सीट की जनता के मुद्दे

  • यहां की सड़कें कच्ची हैं.

  • पेयजल की समस्या भी है.

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