UP News: लखनऊ की कुकरैल नाइट सफारी को मिली सैद्धान्तिक सहमति, CM योगी ने PM मोदी का जताया आभार
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पास कुकरैल में सेन्ट्रल जू अथॉरिटी की टेक्निकल कमेटी द्वारा कुकरैल नाइट सफारी एवं प्राणि उद्यान परियोजना को सैद्धान्तिक सहमति दे दी गई है.
Lucknow : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पास कुकरैल में सेन्ट्रल जू अथॉरिटी की टेक्निकल कमेटी द्वारा कुकरैल नाइट सफारी एवं प्राणि उद्यान परियोजना को सैद्धान्तिक सहमति दे दी गई है. इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया है. सीएम योगी ने इस निर्णय के लिए केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव को भी धन्यवाद दिया है. दरअसल यह देश की पहली नाइट सफारी होगी जो विभिन्न सुविधाओं से युक्त होगी. सीएम योगी ने गुरुवार को कहा कि इस निर्णय से कुकरैल में नाइट सफारी एवं प्राणि उद्यान परियोजना की स्थापना का मार्ग आसान हो गया है. राज्य सरकार प्रदेश में वन्य जीव संरक्षण तथा ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है.
सिंगापुर की तर्ज पर बनेगा पहली नाइट सफारी
सीएम योगी ने आगे कहा कि इस संबंध में प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप प्रभावी प्रयास किये जा रहे हैं. इसी क्रम में जनपद लखनऊ के कुकरैल वन क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा नाइट सफारी तथा प्राणि उद्यान की स्थापना कराए जाने का निर्णय लिया गया है. देश में कई सफारी हैं लेकिन नाइट सफारी एक भी नहीं है. आपको बता दें कि सिंगापुर की विश्व की पहली नाइट सफारी के तर्ज पर 2027.46 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले कुकरैल वन क्षेत्र में 350 एकड़ में नाइट सफारी विकसित करने की योजना है. 150 एकड़ में प्राणी उद्यान बनाया जाएगा. विश्व स्तरीय सुविधाओं के तहत सफारी में स्थानीय गाइड के साथ ट्रेन की सवारी और जीप की सवारी भी कर सकते हैं. इसके अलावा कैनोपी वाक, कैपिंग गतिविधि, ट्रैक, दिवार पर्वतारोहण, ट्री टॉप रेस्टोरेंट, नेचर ट्रेल और फूड कोर्ट आदि सुविधाएं विकसित करने का लक्ष्य है.
प्रकृति प्रेमियों का नया गंतव्य होगा – मुख्यमंत्री योगी
गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश राज्य वन्य जीव बोर्ड की 14वीं बैठक हुई थी. बैठक में राज्य की जैव विविधता को संरक्षित करने और ‘इको पर्यटन’ की संभावनाओं को विस्तार देने सहित अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर मुख्यमंत्री ने दिशा-निर्देश दिए थे. उस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा था कि कुकरैल नाइट सफारी और रानीपुर बाघ अभयारण्य के विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया जाए. इस सिलसिले में सभी संबंधित विभाग मिलकर अच्छी कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया था. उन्होंने कहा था कि ये दोनों परियोजनाएं राज्य की प्राकृतिक सुषमा और जैव विविधता को नयी पहचान देने वाली होंगी. आने वाले समय में यह दोनों स्थान प्रकृति प्रेमियों के लिए नए गंतव्य बनेंगे. इस संबंध में प्राथमिकता के साथ कार्रवाई की जाए.