Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुई हिंसा के मामले की एसआईटी जांच तेज हो गई है. मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत चार लोगों को कोर्ट से रिमांड पर लिया है. इनसे हिंसा वाले दिन समेत दूसरे सवाल पूछे जा रहे हैं. गुरुवार को पुलिस ने आरोपियों को घटनास्थल पर ले जाकर सीन रीक्रिएशन किया. पुलिस ने पता लगाने की कोशिश की कि घटना वाले दिन क्या हुआ था?
लखीमपुर हिंसा के बाद पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाया है. मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी समेत अन्य से घटना को लेकर पूछताछ की गई. इसके बाद घटनास्थल पर सीन रीक्रिएशन भी (घटना के दिन क्या हुआ) किया. पुलिस इसमें अन्य लोगों से भी पूछताछ कर सकती है, उसके बाद हिंसा के पहले क्या-क्या हुआ था, उसका पता चल सकेगा.
लखीमपुर खीरी हिंसा के सीन रीक्रिएशन में पुलिस ने डमी हालात में जांच की. पुलिस ने तेजी से गाड़ियों को चलाया और पुतलों को टक्कर भी मारी. इसके अलावा जांच टीम लखीमपुर हिंसा के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को लेकर उनके गांव बनवीरपुर भी गई. बताते चलें कि लखीमपुर खीरी हिंसा वाले दिन बनवीरपुर गांव में आयोजित हुए दंगल में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के मौजूद रहने की बात कही गई थी.
अगर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुई हिंसा की बात करें तो अब तक मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा उर्फ मोनू समेत छह आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. पुलिस ने पहले आशीष मिश्रा को कोर्ट से रिमांड पर लिया था. इसके बाद अंकित दास, लतीफ उर्फ काले और शेखर भारती को भी रिमांड पर लिया गया है. लतीफ गनर और शेखर भारती अंकित दास का ड्राइवर है. खास बात यह रही कि सीन रीक्रिएशन के दौरान आरोपियों के वकील भी पुलिस के साथ घटनास्थल पर मौजूद रहे.