Lucknow News: कुछ वर्षों पहले ‘लगे रहो मुन्ना भाई’ फिल्म में ‘सेकंड इनिंग होम’ का दृश्य आज भी लोगों को याद है. ‘सेकंड इनिंग होम’ बुजुर्गों का ऐसा आशियाना था, जहां अपनों से ठुकराये और अकेले रहने वाले बुजुर्ग एक साथ रहते थे. ये सभी एक दूसरे के साथ अपने खुशी और गम साझा करते थे. कुछ इसी तर्ज पर लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) बुजुर्गों के लिए सेकंड इनिंग होम्स बनाने की तैयारी में है.
परिवार से दूर अकेले रहने वाले बुजुर्गों के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण अपनी खास आवासीय योजना लॉन्च करेगा. अभी तक प्राधिकरण ने इस तरह की योजना को लॉन्च नहीं किया है, ये उसकी नई पहल होगी. इसके तहत गोमतीनगर के विराज खंड में सेकंड इनिंग होम्स बनाए जाएंगे. इसके लिए ड्रोन सर्वे में चिह्नित जमीन पर सात मंजिला इमारत बनाई जाएगी. यहां बने फ्लैट बुजुर्गों को लीज पर दिए जाएंगे. इसके साथ ही उन्हें तमाम जरूरी सुविधाएं भी मुहैया करवाई जाएंगी.
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने लैंड ऑडिट की बैठक में इस संबंध में अधिकारियों को डीपीआर बनाने के निर्देश दिए हैं. डीपीआर बनने के बाद आगे की प्रक्रिया पर काम होगा. एलडीए का ये प्रोजेक्ट बुजुर्गों को सुरक्षा और सुविधा मुहैया कराने के लिए बेहद अहम माना जा रहा है.
Also Read: भाजपा राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे के निधन से रिक्त सीट पर उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित, 15 सितंबर को मतदान
एलडीए वीसी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि विराज खंड में ड्रोन सर्वे में 2500 वर्ग मीटर की जमीन चिह्नित हुई है. यहां बुजुर्गों के लिए सेकंड इनिंग होम्स बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. यहां सात मंजिला इमारत के हर फ्लोर पर 400-400 वर्ग फीट के आठ स्टूडियो फ्लैट बनाए जाएंगे.
खास बात है कि सभी फ्लैट बुजुर्गों की जरूरत के लिहाज से डिजाइन किया जाएगा. इसके साथ ही क्लब हाउस, योग व मेडिटेशन सेंटर, कम्युनिटी किचन, लॉन और स्विमिंग पूल भी होगा. इसके साथ ही बुजुर्गों की समस्या को देखते हुए आपातकालीन स्थिति के मद्देनजर एंबुलेंस की सुविधा भी रहेगी. यह एंबुलेंस चौबीस घंटे परिसर में ही रहेगी.
यह फ्लैट 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को तय अवधि के लिए लीज पर दिए जाएंगे. खास बात है कि यह फ्लैट बेचे या फ्री होल्ड नहीं करवाए जा सकेंगे. एलडीए वीसी ने बताया कि विराज खंड में वॉटर बॉडी के पास चिह्नित करीब 30000 वर्ग मीटर जमीन में सेकंड इनिंग होम्स, पार्क, सड़क आदि विकसित करने के बाद बाकी 20000 वर्ग मीटर जमीन ग्रुप हाउसिंग के लिए नीलामी के माध्यम से निजी बिल्डरों को दी जाएगी.
इसके साथ ही लखनऊ विकास प्राधिकरण ने एक अन्य अहम निर्णय किया है. इसके तहत 300 वर्ग मीटर या इससे अधिक जमीन पर भवन निर्माण के लिए अगले महीने से रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के साथ सोलर पैनल और पौधे लगाना भी अनिवार्य होगा.
इसके लिए नक्शा पास कराते समय सिक्योरिटी मनी जमा करवाई जाएगी. फिर निर्माण के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण की टीम निरीक्षण करेगी और सब दुरुस्त मिलने के बाद ही सिक्योरिटी मनी लौटाई जाएगी. इसके साथ ही एलडीए ने 200 वर्ग मीटर में भी यह सुविधाएं अनिवार्य करने का प्रस्ताव शासन को भेजा है. वहां से इसे मंजूरी मिलते ही इसे लेकर भी आदेश जारी कर दिया जाएगा.
इसके साथ ही लखनऊ विकास प्राधिकरण की योजनाओं में 10 साल की किस्त पर फ्लैट बिक्री के आवेदन इसी हफ्ते शुरू हो जाएंगे. एलडीए के अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि सरकारी व अर्द्ध सरकारी संस्थाओं में कार्यरत कर्मचारियों को 25 प्रतिशत और अन्य लोगों को 35 प्रतिशत भुगतान करने के बाद तुरंत कब्जा दे दिया जाएगा. इसके बाद लोग फ्लैट के लिए 10 साल तो दुकान के लिए 7 साल तक किस्तों में भुगतान कर सकेंगे. प्राधिकरण की वेबसाइट पर इसी सप्ताह से यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी.