Lucknow News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जनपद में माफिया अतीक अहमद के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर गरीबों के लिए आवास बनाने के बाद राजधान लखनऊ (Lucknow) में मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की जमीन पर भी इसी तरह का नजारा देखने को मिलेगा. प्रयागराज में जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं आवंटियों को आवास की चाबी सौंप चुके हैं, वहीं राजधानी में लखनऊ विकास प्राधिकरण ने सस्ते मकान बनाने का खाका तैयार कर लिया है. दरअसल माफिया मुख्तार अंसारी के कब्जे में रहे डालीबाग स्थित शत्रु संपत्ति के बड़े भूखंड को लखनऊ विकास प्राधिकरण ने शासन के आदेश पर अब छीन लिया है. इस पर अब पूरी तरह से प्राधिकरण का कब्जा हो गया है. अभियंत्रण इकाई के अभियंताओं ने इसकी सफाई कराई है, ताकि इस पर आगे की योजना के तहत काम शुरू कराया जा सके. बताया जा रहा है कि लगगभ 20000 वर्ग फीट के इस भूखंड पर लखनऊ विकास प्राधिकरण गरीबों के लिए चार मंजिला दो अपार्टमेंट बनाएगा. इसमें 72 सस्ते फ्लैट का निर्माण कराया जाएगा. इस तरह दो अपार्टमेंट में 36-36 फ्लैट बनाए जाएंगे. अधिकारियों के मुताबिक गरीबों को ये मकान जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) की ओर से आवंटित किए जाएंगे. इसमें करीब एक साल का वक्त लगेगा.
लखनऊ विकास प्राधिकरण के मुताबिक मुख्तार अंसारी से छीनी गई इस जमीन पर अपार्टमेंट साल 2024 के अंत तक बनकर तैयार हो जाएंगे. प्राधिकरण एक सप्ताह के भीतर अपार्टमेंट का काम शुरू कर देगा. एलडीए के चीफ इंजीनियर अजय सिंह के मुताबिक अधिशासी अभियंता नवनीत शर्मा के नेतृत्व में भूखंड को कब्जे में लेकर पेड़-पौधों की कटाई, सफाई करवाई जा चुकी है. अब इस जमीन पर अपार्टमेंट बनाने का ठेका 3.50 करोड़ रुपए में संगम इंटरप्राइजेज कंपनी को दिया गया है. पूर्वांचल के गोरखपुर की यह कंस्ट्रक्शन कंपनी उत्तर प्रदेश के कई बड़े शहरों में निर्माण कर रही है. बताया जा रहा है कि एक फ्लैट की औसतन लागत 4.50 लाख रुपए आएगी. इसके आधार पर बाद में ग्राहकों के लिए कीमतें तय की जाएंगी.
Also Read: Gyanvapi Case: ज्ञानवापी सर्वे रिपोर्ट देने की मांग पर आज आएगा आदेश, मुस्लिम पक्ष ने प्रति देने पर रखी ये शर्त
दरअसल आयकर विभाग ने मुख्तार अंसारी की राजधानी लखनऊ में डालीबाग में बेनामी संपत्ति जब्त की थी. ये संपत्ति प्रदेश के गाजीपुर जनपद निवासी तनवीर सहर के नाम से खरीदी गई थी. अधिकारियों के मुताबिक यह संपत्ति पहले मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी के नाम थी. बाद में इसे मुख्तार ने अपने करीबी गणेश दत्त मिश्रा को बेच दिया. इसके बाद गणेश दत्त ने इसे तनवीर सहर को बेचा. वहीं इससे सटा करीब 2000 वर्ग मीटर का एक और भूखंड मुख्तार के करीबी एजाज उर्फ एजाजुल हक की पत्नी फहमीदा अंसारी के नाम पर है. इस भूखंड के ठीक सामने स्थित एक अन्य भूखंड को मुख्तार अंसारी ने मां राबिया बेगम के नाम से खरीदा था. बाद में राबिया बेगम ने इसे मुख्तार के बेटों अब्बास और उमर अंसारी के नाम कर दिया था.
इस तरह करोड़ों की जमीन एक दूसरे के नाम पर ट्रांसफर की जाती रही. लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी के मुताबिक मुख्तार अंसारी के कब्जे वाले भूखंड को एलडीए ने अपने कब्जे में ले लिया है. यहां चार मंजिला अपार्टमेंट बनाने के आदेश दे दिए गए हैं. 23 दिसंबर तक इसका डिजाइन बन जाएगा. स्ट्रक्चर में कोई कमी नहीं मिलने पर तत्काल निर्माण शुरू कर दिया जाएगा. इसके बाद इसे तय समय पर पूरा करने का लक्ष्य है.