Lok Sabha Election 2024: अखिलेश यादव कन्नौज से लड़ सकते हैं चुनाव, 25 अप्रैल को नामांकन की चर्चा
कन्नौज इत्र नगरी के रूप में पहचानी जाती है. यहां की लोकसभा सीट (Lok Sabha Election 2024) भी मुलायम सिंह यादव के कारण चर्चा में रहती है. इस सीट पर अखिलेश यादव स्वयं सांसद रहे हैं तो उनकी पत्नी भी दो बार सांसद रह चुकी हैं. एक उपचुनाव में डिंपल यहां से निर्विरोध सांसद बन चुकी हैं.
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की कन्नौज से (Lok Sabha Election 2024) चुनाव लड़ने की चर्चा फिर से तेज हो रही है. अभी समाजवादी पार्टी ने कन्नौज से मुलायम सिंह यादव के पोते तेज प्रताप यादव को नाम घोषित किया है. तेज प्रताप लालू यादव के दामाद हैं. लेकिन कन्नौज (Kannauj Lok Sabha) के कार्यकर्ता अखिलेश यादव पर चुनाव लड़ने का दबाव बना रहे हैं. इसी के बाद से ये चर्चा छिड़ी है कि अखिलेश यादव स्वयं कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं. उनकी 25 अप्रैल को नामांकन करने की चर्चा है. पार्टी ने अभी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है.
करहल से विधायक हैं अखिलेश यादव
अखिलेश यादव वर्तमान में करहल सीट से विधायक हैं. वो नेता प्रतिपक्ष भी हैं. उन्होंने 2022 के चुनाव में आजमगढ़ लोकसभा सीट (Lok Sabha Election 2024) से इस्तीफा देकर विधानसभा चुनाव लड़ा था. उपचुनाव में आजमगढ़ सीट बीजेपी ने जीत ली थी. यदि वो फिर से सांसद बनते हैं तो यूपी की राजनीति से बाहर हो जाएंगे. ऐसे में चाचा शिवपाल यादव का यूपी में कद बढ़ जाएगा. माना जा रहा है कि एक वजह ये भी है कि अखिलेश यादव सांसद बनना नहीं चाहते. यदि शिवपाल यादव को नेता प्रतिपक्ष बनाया जाता है तो वो उनका कद और बढ़ जाएगा. अखिलेश यादव से पहले वरिष्ठ समाजवादी नेता रामगोविंद चौधरी नेता प्रतिपक्ष थे.
अखिलेश यादव का राजनीतिक सफर
(Lok Sabha Election 2024) सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के राजनीतिक सफर की शुरुआत कन्नौज से सन् 2000 में हुई थी. उन्होंने कन्नौज में लोकसभा का उपचुनाव जीता था. इसके बाद 2009 में उन्होंने फिर कन्नौज से चुनाव लड़ा और सांसद बने. 2012 में यूपी विधानसभा चुनाव के बाद अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बन गए गए और 2017 तक उनका कार्यकाल चला. इसके बाद उन्होंने 2019 में आजमगढ़ से लोकसभा चुनाव लड़ा और बीजेपी के दिनेश लाल यादव निरहुआ को हराया था. 2022 में उन्होंने लोकसभा से इस्तीफा देकर यूपी विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. 2024 के चुनाव में उनके कन्नौज से मैदान में उतरने की चर्चा थी लेकिन तेज प्रताप यादव को प्रत्याशी घोषित करने के बाद इस पर विराम लग गया था. लेकिन अचानक फिर से अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने की संभावनाओं को बल मिला है.
चर्चित सीट है कन्नौज लोकसभा
इत्र नगरी कही जाने वाली कन्नौज लोकसभा सीट चर्चा में रहती है. मोदी लहर के बावजूद 2014 में यहां अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव जीत हासिल कर चुकी हैं. उन्होंने सुब्रत पाठक को लगभग 20 हजार वोटों से हराया था. 2019 में सुब्रत पाठक ने करीबी मुकाबले में डिंपल यादव को हराकर कन्नौज में बीजेपी का परचम लहराया था. अब यहां सुब्रत पाठक एक बार फिर मैदान में हैं. उनके सामने अखिलेश या तेज प्रताप यादव उतरते हैं तो मुकाबला रोचक होगा.