Lok Sabha Election 2024: कैसरगंज से बृज भूषण शरण सिंह का बेटा करण भूषण हो सकता है बीजेपी प्रत्याशी
Lok Sabha Election 2024 महिला पहलवानों के शोषण के आरोप के कारण सांसद बृज भूषण शरण सिंह के टिकट को लेकर संशय बना हुआ था. अब शुक्रवार 3 मई को नामांकन का अंतिम दिन है. कैसरगंज में 20 मई को पांचवे चरण में वोट डाले जाएंगे.
लखनऊ: कैसरगंज लोकसभा (Lok Sabha Election 2024) सीट पर प्रत्याशी कौन होगा, इसकी गुत्थी लगभग सुलझ गई है. बृज भूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण को यहां से प्रत्याशी बनाने की तैयारी है. बीजेपी इसका जल्द ही एलान कर सकती है. इसको लेकर बृज भूषण शरण सिंह से बीजेपी नेतृत्व से बातचीत की चर्चा है. करण सिंह का पिता के पैर छूते हुए एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. इसमें बृज भूषण समर्थकों के साथ हैं और फोन पर बात कर रहे हैं. इसी बीच करण आते हैं और उनका पैर छूते हैं. बताया जा रहा है कि शुक्रवार सुबह 11 बजे करण भूषण नामांकन करेंगे.
महिला पहलवानों के आरोप के चलते फंसी बृज भूषण की उम्मीदवारी
देश की महिला पहलवानों के शोषण के आरोप झेल रहे बृज भूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के राजनीति कॅरियर (Lok Sabha Election 2024) पर आखिरकार विराम लगता दिख रहा है. लंबी जद्दोजहद के बावजूद बृज भूषण शरण सिंह का कैसरगंज से टिकट नहीं हो पाया है. अब शुक्रवार 3 मई को नामांकन का अंतिम दिन है. इसलिए गुरुवार सुबह से ही करण भूषण सिंह का नाम लगातार चर्चा में है और उनके प्रचार की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं.
शूटिंग के नेशनल प्लेयर और ऑस्ट्रेलिया से एमबीए हैं करण सिंह
बृज भूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण (Karan Bhushan Singh) शूटिंग के नेशनल खिलाड़ी रह चुके हैं. आस्ट्रेलिया से उन्होंने एमबीएस किया. वर्तमान में वो यूपी कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष हैं. पहली बार वो राजनीति के मैदान में हैं. करण की शादी हो चुकी है. बृज भूषण सिंह छह बाद सांसद रह चुके हैं, लेकिन इस बाद पहलवानों के आंदोलन केा चलते लगातार उनकी छवि पर दाग लग रहे हैं. इसीलिए बीजेपी नेतृत्व उन्हें टिकट देने से बच रहा है. बृज भूषण शरण सिंह पहली बार 1991 में सांसद बने थे. 1996 में जेल में रहते हुए उन्होंने अपनी पत्नी केतकी सिंह को चुनाव लड़ाया और जीत हासिल की. 1998 में वो सपा के कीर्तिवर्द्धन सिंह से हार गए. 1999 में फिर हुए चुनाव में कीर्तिवर्द्धन को मामूल अंतर से हराकर सांसद चुने गए. 2004 में बलरामपुर से सांसद बने. 2009 और 2014 में कैसरगंज से सांसद चुने गए.