Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस एससी, एसटी, ओबीसी के आरक्षण में कटौती कर अल्पसंख्यकों को देने की तैयारी में-सीएम योगी

Lok Sabha Election 2024 बीजेपी प्रदेश कार्यालय में बुधवार को मीडिया सेंटर का उद्घाटन सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया. इस मौके पर उन्होंने कांग्रेस की नीतियों पर जमकर हमला बोला.

By Amit Yadav | April 24, 2024 2:01 PM
an image

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बीजेपी प्रदेश कार्यालय में (Lok Sabha Election 2024) मीडिया सेंटर का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने कांग्रेस और इंडी गठबंधन को निशाने पर रखा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मंशा एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण को कम करके अल्पसंख्यकों को देने की है. यूपीए सरकार अपने शासनकाल में पूर्व चीफ जस्टिस एवं कांग्रेस सांसद रंगनाथ मिश्रा कमीशन सिफारिशों को लागू करना चाहती थी. रंगनाथ मिश्रा कमीशन में ओबीसी को मिलने वाले 27 प्रतिशत आरक्षण में छह प्रतिशत अल्पसंख्यक समुदाय को देने की बात कही गई थी.

एससी-एसटी के अधिकारों में भी घुसपैठ की मंशा
सीएम योगी (Yogi Adityanath) ने कहा कि (Lok Sabha Election 2024) कांग्रेस की मंशा एससी, एसटी के अधिकारों में भी घुसपैठ करने की है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण यूपीए सरकार में आई सच्चर कमेटी की रिपोर्ट है, जिसे भाजपा के भारी विरोध के कारण उन्हें वापस लेना पड़ा था. कांग्रेस अपने घोषणात्र में संपत्ति का सर्वे कराने की बात कर रही है. यूपीए सरकार के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इसका उल्लेख भी किया था कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है. भाजपा ने देश में चार जातियों की बात की है, गरीब, किसान, युवा और महिला. इसमें किसी जाति, मत-मजहब की बात नहीं है.

शरीया कानून लागू करना चाहती है कांग्रेस
(Lok Sabha Election 2024) कांग्रेस महिलाओं पर बर्बर अत्याचार करने वाले तालिबानी प्रवृत्ति को भारत में लागू करना चाहती है. ये लोग तीन तलाक का समर्थन करते हैं. कांग्रेस देश में शरीया कानून लागू करके तालीबानी विध्वंस की समर्थक है. उनके घोषणापत्र में आधी आबादी के अपमान के इरादे साफ दिखाई देते हैं. 1947 में देश का विभाजन हुआ, देश आतंकवाद और उग्रवाद की चपेट में आया. सभी संस्थाएं भ्रष्टाचार में डूब गई थीं. कांग्रेस फिर से देश को उधर लेकर जाना चाहती है.

दादी का नारा पोता रट रहा
(Lok Sabha Election 2024) मुख्यमंत्री (CM Yogi News) ने कहा कि 1970 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था. गरीबी नहीं हट पाई, क्योंकि उनके पास इसे लेकर कोई ठोस कार्यक्रम नहीं थे. उनके 19-20 सूत्रीय कार्यक्रम फाइलों में रह जाते थे. योजनाएं कमीशनखोरी की भेंट चढ़ जाते थे. अब एक बार फिर दादी के दिये नारे को पोता रट रहा है. ये कैसे करेंगे, इसे इनके घोषणा पत्र में देखा जा सकता है, ये खतरनाक भी है और हास्यास्पद भी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ये जनता को तय करना है, आपका एक वोट आतंकवाद के पुराने दौर को वापस ला सकता है. वहीं भाजपा को वोट जाने का मतलब आतंकवाद को सीमापार ही निपटाना है. इस मौके पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, मंत्री असीम अरुण, मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित, महामंत्री अनूप गुप्ता, हरीश श्रीवास्तव, हिमांशु दुबे आदि मौजूद थे.

Exit mobile version