Lok Sabha Election 2024: बीजेपी की हार पर बोले संजय निषाद, 400 पार के नारा और आरक्षण खत्म करने का भय बना मुद्दा
Lok Sabha Election 2024 यूपी में बीजेपी गठबंधन की हार पर बयानबाजी का दौर चल रहा है. सरकार में सहयोगी पार्टियां विपक्ष पर अफवाह फैलाने का आरोप लगा रही हैं. साथ ही बीजेपी कार्यकर्ताओं पर निष्क्रियता का आरोप भी लगाया जा रहा है.
लखनऊ: यूपी में (Lok Sabha Election 2024) एनडीए की बड़ी हार पर अलग-अलग बयान आ रहे हैं. यूपी सरकार में निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद (Sanjay Nishad) कैबिनेट मंत्री हैं. उनके बेटे प्रवीण निषाद संत कबीर नगर से चुनाव हार गए हैं. गुरुवार को संजय निषाद ने मीडिया से बातचीत विपक्ष पर जनता को आरक्षण का भय दिखाने आरोप लगाया. वहीं बीजेपी कार्यकर्ताओं की निष्क्रियता को संत कबीर नगर सीट हारने का कारण बताया.
विपक्ष फैला रहा अफवाह
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी सरकार में कैबिनेट संजय निषाद (Sanjay Nishad) ने एनडीए की बैठक में शामिल न होने के सवाल पर कहा कि विपक्ष अफवाहें फैला रहा है. शुक्रवार को दिल्ली में एनडीए की बैठक सेंट्रल हॉल में वहां जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम नेरेटिव सेट करना और लोगों को गुमराह करना है. वो इसमें कामयाब रहे.
बीजेपी कार्यकर्ताओं पर उदासीनता का आरोप
वहीं बेटे प्रवीण निषाद के संत कबीर नगर (Sant Kabir Nagar Lok Sabha) से (Lok Sabha Election 2024)हारने के सवाल पर कहा कि सिर्फ वही नहीं यूपी में कई सीटें हारे हैं. हम जीत रहे हैं, इसका अति उत्साह इसका मुख्य कारण था. इसके अलावा बीजेपी कार्यकर्ताओं की निष्क्रियता और उदासीनता भी इसका कारण रही. संजय निषाद ने कहा कि संत कबीर नगर में 535 बूथ निषादों के हैं वहां के 505 से ज्यादा बूथ जीते हैं. बाकी बूथों पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी थी, वो ठीक से काम नहीं कर पाए. सीएम योगी के नेतृत्व में 7 साल में जो अच्छे काम किया उसको बता नहीं पाए. यहीं नहीं जिनके टिकट कटे थे उन लोगों की उदासीनता निष्क्रियता भी हार का कारण रही.
बीजेपी नेताओं की आरक्षण खत्म की बयानबाजी भारी पड़ी
संजय निषाद (Sanjay Nishad) ने कहा कि आरक्षण खत्म करने के नाम पर विपक्ष ने नेरेटिव सेट किया. 23 प्रतिशत एससी वोट था. नॉन जाटव और पिछड़ी जाति में भय पैदा किया कि आरक्षण खत्म हो रहा है. 400 पार के नारे को अपने हिसाब से बताया और आरक्षण खत्म करने का भय दिखाया. बीजेपी नेताओं के आरक्षण खत्म करने के बयान को भी मुद्दा बनाया गया. उसकी वजह से हम कई सीटें हार गए. इसके अलावा झूठ बोल दिया कि खटाखट नोट देंगे. उसी कारण आज कांग्रेस के कार्यालय पर भीड़ लगी है.