Lok Sabha Election 2024: स्मृति ईरानी ने घर में की पूजा, रोड शो के बाद करेंगी नामांकन
स्मृति ईरानी तीसरी बार अमेठी (Lok Sabha Election 2024) से चुनाव लड़ रही हैं. 2014 में उन्हें राहुल गांधी से हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन 2019 में उन्होंने राहुल को हराकर अमेठी से गांधी परिवार के वर्चस्व को तोड़ दिया था.
लखनऊ: अमेठी से बीजेपी की लोकसभा प्रत्याशी (Lok Sabha Election 2024) स्मृति ईरानी ने सोमवार को अपने आवास पर पूजा पाठ और हवन के साथ दिन की शुरुआत की. इसके बाद वो अमेठी स्थित बीजेपी कार्यालय पहुंची. यहां से रोड शो करते हुए वो कलेक्ट्रेट पहुंचेंगी और नामांकन करेंगी. रोड शो में उनके साथ मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव भी रहेंगे. स्मृति ईरानी ने दो सेट नामांकन पत्र लिए हैं. अमेठी में 20 मई को वोटिंग होगी.
एक बार और एक बार मिली है जीत
गौरतलब है कि स्मृति ईरानी लगातार तीसरी बार अमेठी (Lok Sabha Election 2024) से बीजेपी की प्रत्याशी हैं. 2014 के चुनाव में राहुल गांधी ने बीजेपी की स्मृति ईरानी को हराया था. लेकिन इसके बाद स्मृति ईरानी लगातार अमेठी में बनी रहीं और उन्होंने 2019 में कांग्रेस की इस पारंपरिक सीट पर कमल खिला दिया था.
कांग्रेस को अमेठी से पहली बार बड़ा झटका बीजेपी ने 1998 में दिया. तब यहां से अमेठी राजपरिवार के संजय सिंह ने बीजेपी के टिकट पर जीत हासिल की थी. उन्होंने कांग्रेस के सतीश शर्मा को लगभग 23 हजार वोटों से हराया था. 1999 में यहां सोनिया गांधी की एंट्री हुई. उन्होंने बीजेपी से फिर ये सीट छीन ली. इसके बाद 2004, 2009 और 2014 में राहुल गांधी ने अपने परिवार की इस सीट को बरकरार रखा. 2014 के चुनाव में राहुल गांधी ने बीजेपी की स्मृति ईरानी को हराया था. लेकिन इसके बाद स्मृति ईरानी (Smriti Irani) लगातार अमेठी में बनी रहीं और उन्होंने 2019 में कांग्रेस की इस पारंपरिक सीट पर कमल खिला दिया था.
एक नजर अमेठी लोकसभा सीट पर
(Lok Sabha Election 2024) अमेठी राजघराने के वारिस पूर्व सांसद संजय सिंह हैं. ये राजघराना कभी गांधी परिवार का खास हुआ करता था. लेकिन अब बीजेपी से नजदीकियां हैं. यहां चार विधानसभा सीटें अमेठी, गौरीगंज, तिलोई, जगदीशपुर (सु.) हैं. 2022 के चुनाव में यहां से कांग्रेस एक भी विधान सभा सीट नहीं जीत पाई थी. दो सीटें बीजेपी और 2 सीटें समाजवादी पार्टी ने जीती थीं. वहीं 2017 में बीजेपी ने 3 सीटें जीती थीं. रायबरेली के अलावा अमेठी भी एक ऐसी सीट हैं जहां से समाजवादी पार्टी लोकसभा में अपना प्रत्याशी नहीं उतारती है.