लोकसभा चुनाव 2024: सपा की पहली लिस्ट में सैफई कुनबे पर दांव, अखिलेश यादव ने वरुण गांधी को लेकर दिए संकेत

मुलायम सिंह यादव की मजबूत सीट रही आजमगढ़ से शिवपाल सिंह यादव चुनाव लड़ेंगे. वह आजमगढ़ से चुनाव लड़ने के संकेत दे चुके हैं. हालांकि, वह इटावा की सैफई विधानसभा से विधायक हैं. मगर, लोकसभा चुनाव जीतने की स्थिति वह सैफई सीट से अपने पुत्र को चुनाव लड़ा कर विधानसभा भेजने की तैयारी में हैं.

By Sanjay Singh | October 15, 2023 5:16 PM
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Loksabha Election 2023: लोकसभा चुनाव को लेकर मिशन 2024 का आगाज हो चुका है.सभी सियासी दल चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं. देश के पांच राज्यों में होने चुनाव के बाद भाजपा समेत सभी सियासी दल प्रत्याशियों का ऐलान शुरू कर देंगे. इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल और इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव एलायंस (I-N-D-I-A) में शामिल समाजवादी पार्टी (सपा) ने नवरात्रि में लोकसभा प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी करने की तैयारी की है. इस लिस्ट में 12 से 20 प्रत्याशियों का ऐलान होने की उम्मीद है. सपा के विश्वसनीय सूत्रों की मानें, तो पहली लिस्ट में सपा कुनबे के चार नाम होना तय हैं. इसमें सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कन्नौज से प्रत्याशी हो सकते हैं. वर्तमान में वह मैनपुरी की करहल सीट से विधायक हैं. उन्होंने वर्ष 2000 में कन्नौज लोकसभा सीट से उपचुनाव जीतकर चुनावी कैरियर की शुरुआत की थी. इसके बाद अखिलेश यादव कन्नौज से दो बार सांसद बने. वहीं नवरात्रि में आने वाली लिस्ट में राज्यसभा सांसद रामगोपाल रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव का फिरोजाबाद लोकसभा सीट से टिकट से होना तय है. वह पूर्व में इस सीट से सांसद रह चुके हैं. पिछली बार शिवपाल सिंह यादव के चुनाव लड़ने के कारण वह करीब 28000 वोट से हार गए थे.


शिवपाल यादव आजमगढ़ से लड़ेंगे चुनाव

सपा संस्थापक दिवगंत मुलायम सिंह यादव की मजबूत सीट आजमगढ़ से शिवपाल सिंह यादव चुनाव लड़ेंगे. पिछले कुछ महीनों से वह लगातार आजमगढ़ जा रहे हैं. वह आजमगढ़ से चुनाव लड़ने के संकेत दे चुके हैं. हालांकि, वह इटावा की सैफई विधानसभा से विधायक हैं. मगर, लोकसभा चुनाव जीतने की स्थिति वह सैफई सीट से अपने पुत्र को चुनाव लड़ा कर विधानसभा भेजने की तैयारी में हैं. अखिलेश यादव की पत्नी सांसद डिंपल यादव का मैनपुरी से ही चुनाव लड़ना तय है. इस बीच पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव के टिकट का पेंच फंसा है. वह बदायूं से लड़ेंगे या आंवला, उनके नाम की घोषणा कुछ समय बाद होगी. दरअसल बदायूं लोकसभा सीट से भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य के सपा के टिकट पर चुनाव लड़ने की उम्मीद जताई जा रही है.

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धर्मेंद्र यादव के लिए सीट की तलाश जारी

उनके पिता पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य सपा में आ चुके हैं और वह भाजपा पर लगातार हमलावर हैं. ऐसे में संघमित्रा मौर्य का भाजपा से टिकट कटना तय माना जा रहा है. वह सपा के टिकट पर बदायूं या इटावा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकती हैं, लेकिन अगर वह बदायूं से चुनाव लड़ती हैं, तो धर्मेंद्र यादव आंवला लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरा सकते हैं. वह अखिलेश यादव के आजमगढ़ लोकसभा सीट से 2022 में इस्तीफा देने के बाद उपचुनाव में आजमगढ़ लोकसभा सीट से उपचुनाव लड़े थे, लेकिन चुनाव हार गए थे. इसके साथ ही अखिलेश यादव परिवार के पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव के भी चुनाव लड़ने की उम्मीद जताई जा रही है. वह पहले मैनपुरी से सांसद रह चुके हैं. मगर, अब उनके लिए सीट की तलाश है. उनके परिवार से छह लोगों के चुनाव लड़ने की उम्मीद है. इसमें से चार के टिकट का ऐलान पहली लिस्ट होने की उम्मीद है.

पहली लिस्ट में इनका भी हो सकता है नाम

सपा की पहली लिस्ट में सैफई कुनबे के अलावा अन्य प्रत्याशियों के भी नाम हो सकते हैं. इसमें मुरादाबाद से सांसद डॉक्टर एसटी हसन का दोबारा प्रत्याशी बनना तय माना जा रहा है. सपा विधायक एवं राष्ट्रीय महासचिव अवधेश प्रसाद को अयोध्या और पूर्व सांसद रेवती रमण को भी दोबारा मैदान में उतारने का मन बना रही है. मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ब्राह्मण बाहुल्य सीट पर पार्टी के उम्मीदवार बन सकते हैं. पूर्व सांसद अन्नू टंडन को उन्नाव लोकसभा सीट से मैदान में उतारा जा सकता है. लखनऊ में सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा काफी दिनों से चुपचाप चुनाव प्रचार तक शुरू कर चुके हैं. इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व एमएलसी आनंद भदौरिया के भी नाम की भी चर्चा है. हालांकि, कुछ फर्जी सूची भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.

लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में जीते थे इतने सांसद

देश में 16वीं लोकसभा (2014-2019) में सपा के पांच सदस्य चुनाव जीते थे. इसमें सपा संस्थापक दिवंगत मुलायम सिंह यादव, उनकी बहू डिंपल यादव और उनके भतीजे धर्मेंद्र यादव और अक्षय यादव और पोते तेज प्रताप सिंह यादव सांसद बने थे. मगर, 2019 में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव मैनपुरी से, अखिलेश यादव आजमगढ़ से, मुहम्मद आजम खां रामपुर, मुरादाबाद लोकसभा से डॉक्टर एसटी हसन और संभल से शफीकुर्रहमान वर्क चुनाव जीते थे.

पीलीभीत लोकसभा सीट पर अखिलेश यादव का फैसला

भाजपा के पीलीभीत लोकसभा सीट से सांसद वरुण गांधी काफी समय से भाजपा पर हमलावर हैं. उनकी मां मेनका गांधी भाजपा के टिकट पर सुलतानपुर से सांसद हैं. यह दोनों किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे. इसको लेकर हर किसी की निगाह लगी है. बताया जा रहा है कि पिछले दिनों पीलीभीत लोकसभा सीट से एक नेता ने टिकट की मांग की थी. इस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने साफ मना कर दिया. उन्होंने कहा कि वहां से टिकट तय है.

उन्होंने वरुण गांधी को ही चुनाव लड़ाने का संकेत दिया. मगर, सांसद वरुण गांधी इंडिया गठबंधन के किस दल से चुनाव लड़ेंगे. इसको लेकर चर्चा है. इसमें बिहार के सीएम नीतीश कुमार जनता दल यूनाइटेड, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के साथ ही निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात सामने आ रही है. कहा जा रहा है कि इनके सामने इंडिया गठबंधन कोई प्रत्याशी नहीं उतारेगा. मगर, बरेली लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी उतारने की चर्चाएं हैं.

रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली

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