UP के 1.80 करोड़ छात्रों के खातों में CM योगी ने भेजी मदद, कहा- प्रदेश के बच्चों को बनाएंगे स्मार्ट
सीएम योगी ने कहा आज बच्चों को सरकार की तरफ से मदद दी जा रही है. यह बदलते प्रदेश की तसवीर है. उन्होंने कहा नवंबर महीने के अंत तक लिस्ट तैयार करके बच्चों को स्मार्टफोन और टैबलेट दिया जाएगा.
उत्तर प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के बच्चों के लिए शनिवार को सरकारी मदद भेजी. सीएम योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा परिषद (क्लास 1-8 तक) के विद्यालयों में अध्ययनरत 1.80 करोड़ बच्चों के खाते में रुपए भेजे. हर छात्र के खाते में 1100 रुपए की राशि भेजी है. इसके जरिए बच्चे स्कूल ड्रेस, स्वेटर, बैग और जूता-मोजा खरीद सकेंगे. इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा आज बच्चों को सरकार की तरफ से मदद दी जा रही है. यह बदलते प्रदेश की तसवीर है. उन्होंने कहा नवंबर महीने के अंत तक लिस्ट तैयार करके बच्चों को स्मार्टफोन और टैबलेट दिया जाएगा.
सीएम योगी ने कहा कि उनकी सरकार ने पता किया था, कई बच्चे योग्य होने के बावजूद स्कूल में दाखिला नहीं ले पा रहे थे. आधे से अधिक बच्चे ऐसे थे जो पास किताब-कॉपी, ड्रेस, जूते-मौजे नहीं होने के कारण स्कूल नहीं जाते थे. इसको देखते हुए बेसिक शिक्षा परिषद् ने दो कार्यक्रम तय किए थे. पहला जन सहयोग से एक-एक विद्यालय को गोद लेकर उन्हें विकसित किया गया. दूसरा हमने तय किया कि स्कूल में स्मार्ट क्लासेज हों, टॉयलेट बने. हमने सरकारी स्कूलों की दशा-दिशा सुधारने का काम किया.
जिन बच्चों को स्मार्टफोन और टैबलेट वितरित किए जाने हैं, उनकी सूची तैयार कर ली जाए, जिससे नवम्बर माह के अंत तक स्मार्टफोन और टैबलेट वितरण की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सके: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी महाराज
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) November 6, 2021
सीएम योगी ने बताया कि हमने बच्चों के खातों में सीधे मदद भेजी. बचे बच्चों के अभिभावकों के खाते का सत्यापन जारी है. जल्द ही 60 लाख अन्य बच्चों के खातों में मदद भेजेंगे. सीएम योगी ने बताया कि हमारी सरकार ने जुलाई 2017 में स्कूल चलो अभियान शुरू किया. उस समय 1.30 करोड़ बच्चे सरकारी स्कूलों में नामांकित थे. कोरोना काल को छोड़ दें तो 2020 की शुरुआत में तीन साल के दौरान बच्चों की संख्या बढ़कर 1.81 करोड़ हो गई. 50 लाख ज्यादा बच्चों को सरकारी स्कूलों से जोड़ा गया. आज बेसिक शिक्षा परिषद् के विद्यालय अलग हैं. यहां पढ़ने वाले बच्चे नंगै पैर स्कूल नहीं जाते हैं.
तकनीक को सीएम योगी आदित्यनाथ से बदलाव और भ्रष्टाचार रोकने का जरिया बताया. उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि बेसिक शिक्षा परिषद् के स्कूल में स्मार्ट क्लास शुरू हों. जिक्र किया कि वो दिवाली में वनटांगिया गांव गए थे. वनटांगिया में अस्थायी विद्यालय का संचालन शुरू हुआ था. अब, वहां पर बेसिक शिक्षा परिषद् का विद्यालय बन गया है. वहां पर बच्चे स्मार्ट क्लास में पढ़कर स्मार्ट हो गए हैं. पिछले साल चित्रकूट दौरे पर भी सरकारी स्कूल की बदली सूरत को देखा है. सीएम योगी ने बताया कि आधुनिक तकनीक से बच्चों को सरकारी स्कूल में बेहतर शिक्षा देने का काम किया जा रहा है.