Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने स्मारक समिति के 10 करोड़ रुपये गबन करने के मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें कैशियर और बिचौलिया शामिल है. मामले में स्मारक समिति के प्रबंधक देवेंद्र मणि को निलंबित कर दिया गया है. इस मामले में कुछ और लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की टीम जुटी हुई है.
गोमतीनगर पुलिस ने सोमवार को कई घंटे की पूछताछ के बाद सात लोगों को गिरफ्तार किया. आरोपियों ने 10 करोड़ रुपये हड़पने के लिए कई तरह के षड्यंत्र रचे. इसका खुलासा नंबर फीड करने में आरोपियों की एक गलती की वजह से हुआ, जिसके बाद सभी जांच के घेरे में आ गए. इन्होंने रुपये हड़पने के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया.
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स्मारक समिति के लेखाधिकारी संजय सिंह
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संदीप पुथनमाडम
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दीपक यादव
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शैलेंद्र सिंह उर्फ शैलू
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रविकांत पांडेय उर्फ मुकेश
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आकाश कार्तिकेय
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कृष्ण मोहन श्रीवास्तव
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मामले में बैंक प्रबंधक नागेंद्र पाल की भूमिका भी संदेह के घेरे में है, जिसकी जांच चल रही है. पुलिस ने नागेंद्र पाल को हिरासत में ले लिया है. एलडीए के सचिव पवन कुमार गंगवार ने बैंक प्रबंधक नागेंद्र पाल और उनके सहयोगियों के खिलाफ गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराया था.
दरअसल, स्मारक समिति ने 31 मार्च 2021 को बैंक ऑफ बड़ौदा की रोशनाबाद शाखा में 48 करोड़ की एफडी कराने के लिए रुपये स्थानांतरित किए थे. लेकिन 28 मई तक सिर्फ 37 करोड़ 99 लाख 99 हजार 981 रुपये की एफडी करायी गयी, बाकी 10 करोड़ 19 रुपये की बैंक ने कोई रसीद नहीं दी. इसकी जब एलडीए ने पड़ताल की तो मालूम हुआ कि बाकी रुपये कृष्ण मोहन श्रीवास्तव के खाते में भेजी गयी है. जबकि नियम के मुताबिक, ऐसा नहीं किया जा सकता.
Posted By: Achyut Kumar