Lucknow News: लखनऊ विकास प्राधिकरण के कारनामों ने लोगों को परेशान कर रखा है. फ्लैट्स के अलॉटमेंट में तमाम तरह की अनियमितता भी देखने को मिलती है. हालत ऐसे हैं कि फ्लैट आवंटन के बाद भी लोगों को काफी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है. ऐसा ही कुछ वाकया मीनू गुप्त के साथ हुआ है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मीनू गुप्त को देवपुर पारा के समाजवादी लोहिया इन्क्लेव में तेरहवें फ्लोर पर फ्लैट का आवंटन किया गया. जब सच्चाई का पता चला तो मीनू गुप्त और उनके पूरे परिवार के होश उड़ गए. क्योंकि, फ्लैट का अलॉटमेंट तो तेरहवें फ्लोर पर किया गया. लेकिन, फ्लैट का निर्माण बारहवें फ्लोर तक है.
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सच्चाई का पता चलने के बाद मीनू गुप्त ने पति के साथ कई बार लखनऊ विकास प्राधिकरण के चक्कर लगाए. प्राधिकरण के अधिकारियों को कई शिकायतें दी. इसके बावजूद उनके लिए नए फ्लैट का आवंटन नहीं हो सका है. जबकि, लखनऊ विकास प्राधिकरण मीनू गुप्त को आज-कल की बात कहकर टरका रहा है.
मामले की भनक मीडिया को तब लगी, जब मीनू गुप्त अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा के पास शिकायत लेकर पहुंची. उन्होंने बताया समाजवादी लोहिया में WAS एस +13 में एसडब्ल्यूवन/1308/B-6 में फ्लैट का आवंटन हुआ था. आवंटन में तेरहवें फ्लोर पर फ्लैट के होने का जिक्र किया गया था. जब उन्हें सच का पता चला तो झटका लगा. क्योंकि, जिस अपार्टमेंट में मीनू को फ्लैट अलॉटमेंट हुआ, वहां पर तेरहवां फ्लोर नहीं है.
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पीड़ित मीनू गुप्त साल की शुरुआत से शिकायत लेकर लखनऊ विकास प्राधिकरण में पहुंच रही हैं. उनकी शिकायत का समाधान नहीं हो सका है. बता दें देवपुर पारा में 12 टॉवर इडब्ल्यूएस के बनाने थे. अभी नौ टॉवर का काम ही पूरा हुआ है. छह साल से फ्लैट्स निर्माण का काम धीमी गति से चल रहा है. इस कारण कई लोग अपने रुपए वापस ले चुके हैं. गलत आवंटन वालों को खाली फ्लैट देने को कहा गया है. दूसरी तरफ मीनू गुप्त जैसी पीड़ित भी हैं, जिनकी समस्या को प्राधिकरण नहीं सुलझा सका है.